—— दो और महत्वपूर्ण लक्षण: – अब तक केवल बुखार, सूखी खांसी व सांस लेने में तकलीफ को इसका मुख्य लक्षण माना जाता था, लेकिन अब ये दो लक्षण और जुड़ गए हैं
– भोजन की खुशबू आना बंद हो जाना, किसी फूल, अगरबत्ती, स्प्रे की खुशबू तक नहीं आती। – किसी भी प्रकार का कोई खाना खाने पर अहसास बंद हो जाता है, तो समस्या होती है, जैसे तीखी मिर्च खाने के बाद भी तीखा नहीं लगता, अधिक मीठा खाने के बाद भी ऐसा लगता है जैसे हम सामान्य ही कुछ चबा रहे हैं।
—- इसे ऐसे समझना होगा – यदि किसी भी मरीज की नाक बंद नहीं है, वह पूरी तरह सामान्य है, उसे तेज जुकाम भी नहीं है और अचानक उसके सूंघने व स्वाद लेने की शक्ति चली जाती है तो उसे कोरोना का अटैक हुआ है। उसे तत्काल चिकित्सक से सलाह लेकर जांच करवानी चाहिए।
– ये नए लक्षण सामने आने पर मरीजों से लेकर चिकित्सकों को उसे समझने में आसानी रहेगी। वे जल्द से जल्द किसी मरीज को पहचान पाएंगे, जिसे पहले तीन लक्षण यानी सर्दी, खांसी या जुकाम नहीं हो तो भी।
—— ये है कारणइनएनटी यानी इयर नोज व थ्रोट विशेषज्ञों की माने तो कोरोना इएनटी यूके ने इसे रिलीज किया था, साउथ कोरिया सहित इटली व चीन के कई लोगों में एनोस्मिया हो गया था, जर्मनी के भी कई मामलों में ये सामने आया। कोरोना अपने शरीर की ओल्फेक्ट्री नर्व सेल्स को अपना शिकार बनाता है, इससे ये सेल्स मस्तिष्क को सूचना देना बंद कर देती है, इससे सूंघने की क्षमता समाप्त हो जाती है, जो सेल्स करीब 30 प्रतिशत मरते हैं, तो वह दिमाग को संदेश देना बंद कर देते है तो हमारे सूंघने की क्षमता समाप्त हो जाती है, इसी प्रकार लिंगुअल नर्व पर कोरोना का अटैक स्वाद को समाप्त हर देता है। इस तरह के यदि कोई मरीज सामने आते हैं तो उन्हें तत्काल टेस्ट के लिए शॉर्ट लिस्ट किया जा सकेगा। —–
ये थे साइलेंट केरियर्सकई कोरोना वायरस संक्रमण वाले ये साइलेंट केरियर्स थे, लेकिन अब ये सामने आ जाएंगे। ऐसे में ये अन्य लोगों को आसानी से संक्रमित नहीं कर पाएंगे। – ये बेहद महत्वपूर्ण है, इसलिए कि यदि किसी भी मरीज में तेजी से सूंघने की क्षमता या स्वाद लेने की शक्ति समाप्त हो जाती है तो उसे सतर्क होकर तत्काल डॉक्टर के पास जाना चाहिए, ये कोरोना अटैक के नए लक्षण है।
डॉ नवनीत माथुर, विभागाध्यक्ष इएनटी आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर