समिति ने चाइल्ड लाइन को आदेश दिया कि पहले वह पीडि़त मां के घर का निरीक्षण कर रिपोर्ट दे, ताकि पता चल सके कि मां अपनी बच्चियों को रख पाने में सक्षम है या नहीं। फिलहाल सीडब्ल्यूसी ने तीनों बच्चियों को मदर टेरेसा ओपन शेल्टर में आश्रय दिया है। इधर, हिरणमगरी थाना पुलिस ने दर्ज मामले में आरोपित पिता को गिरफ्तार कर लिया है, जो न्यायिक अभिरक्षा में है।
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मावली तहसील में सांगवा (घासा) निवासी कैलाश मेघवाल (परिवर्तित नाम) पर उसकी 14 वर्षीय पुत्री ने ही दुष्कर्म का आरोप लगाते हिरणमगरी थाना पुलिस को रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट के अनुसार तीन साल पहले परिवार सहित सभी गांव में रहते थे। नशेबाज पिता आए दिन मारपीट कर मां को प्रताडि़त करता था। लगातार प्रताडऩा से मां की मानसिक स्थिति खराब हो गई और वह अपने पीहर चली गई। पिता तीनों बेटियों को उदयपुर ले आया।
पहले सभी गोवर्धन विलास क्षेत्र में रहे। फिर धोल की पाटी (हिरणमगरी) क्षेत्र में आ गए, जहां पिता उससे पिछले एक वर्ष से लगातार दुष्कर्म करता रहा। मना करने पर उसकी छह व चार साल की दो छोटी बहनों को जान से मारने की धमकी देता रहा।
मावली तहसील में सांगवा (घासा) निवासी कैलाश मेघवाल (परिवर्तित नाम) पर उसकी 14 वर्षीय पुत्री ने ही दुष्कर्म का आरोप लगाते हिरणमगरी थाना पुलिस को रिपोर्ट दी थी। रिपोर्ट के अनुसार तीन साल पहले परिवार सहित सभी गांव में रहते थे। नशेबाज पिता आए दिन मारपीट कर मां को प्रताडि़त करता था। लगातार प्रताडऩा से मां की मानसिक स्थिति खराब हो गई और वह अपने पीहर चली गई। पिता तीनों बेटियों को उदयपुर ले आया।
पहले सभी गोवर्धन विलास क्षेत्र में रहे। फिर धोल की पाटी (हिरणमगरी) क्षेत्र में आ गए, जहां पिता उससे पिछले एक वर्ष से लगातार दुष्कर्म करता रहा। मना करने पर उसकी छह व चार साल की दो छोटी बहनों को जान से मारने की धमकी देता रहा।
पड़ोसी को बताने पर खुली पोल
पिता-पुत्री के रिश्ते को शर्मसार करने वाले आरोपित पिता की करतूतों से परेशान किशोरी ने पड़ोसी महिला को बताया कि तो वह भी सहम गई। वह उसे को लेकर हिरणमगरी थाने पहुंची। पुलिस ने किशोरी का मेडिकल करवाया तथा उसकी रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार किया। इधर, पिता के जेल में होने पर पुलिस ने पीडि़ता व उसकी दो बहनों को बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया। समिति अध्यक्ष प्रीति जैन, सदस्य बी.के. गुप्ता, सुशील दशोरा, राजकुमारी भार्गव व हरीश पालीवाल ने सर्वसम्मति से निर्णय ले उन्हें अस्थायी आश्रय दिलाया है। बच्चियों को पीडि़त स्कीम योजना के तहत लाभ दिलाया जाएगा।