यह था मामला गोवद्र्धनविलास थाने में 21 जनवरी 17 को खजूरी निवासी शांतिलाल मीणा ने जीजा भीमा के खिलाफ रिपोर्ट दी कि बहन मंजू का भीमा से 15 वर्ष पहले विवाह करवाया था, उनके चार बच्चे हैं। आरोपी मंजू से झगड़ा करते हुए मारपीट करता था। कई बार पंचायत होने पर उसने माफी भी मांगी। ज्यादा परेशान होने पर उसने 1 जनवरी 2017 को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी।
READ MORE : चोराेें ने शातिराना अंदाज में की चोरी..पहले किया ये काम और फिर जमकर की लूटपाट महिला सहित दो आरोपियों को तीन वर्ष की कैद उदयपुर. जमीन की धोखाधड़ी के मामले में न्यायालय ने एक महिला सहित दो आरोपियों को तीन-तीन वर्ष की कैद व 20-20 हजार जुर्माने की सजा सुनाई।सेक्टर-14 निवासी राजेन्द्र पुत्र गोपीकृष्ण बंसल ने 15 अपे्रल 2010 को इस्तगासे के जरिए नाई निवासी धनराज गर्ग व नांदवेल निवासी शांतिबाई गर्ग के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। बताया कि वर्ष 2007 में व्यापार के दौरान धनराज से जान पहचान हुई। उसने बताया कि उसके मामा की नांदवेल में जमीन है। पैसों की आवश्यकता होने से वे बेच रहे हैं। आरोपी ने नांदवेल पटवार मंडल में खाता नम्बर 91 व पुराना 81 की सम्पूर्ण आराजी स्वयं की बताकर 5 लाख नकद लेकर विक्रय इकरार कर 4 माह केबाद रजिस्ट्री के लिए कहा। बाद में पलटते हुए आरोपियों ने गाली-गलौच कर मारपीट कर दी। मामला दर्ज होने पर सहायक अभियोजन अधिकारी उमा सालवी ने 8 गवाह व 9 दस्तावेज पेश किए। आरोप सिद्ध होने पर न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम वर्ग क्रम-2 शहर दक्षिण के पीठासीन अधिकारी मनीषा चौधरी ने दोनों आरोपियों को धारा 420 में 3-3 वर्ष की कैद व 20-20 हजार की सजा सुनाई।