एसडीआरएफ, नागरिक सुरक्षा दल और पुलिस अलर्ट
जिला कलक्टर ने पुलिस, एसडीआरएफ और नागरिक सुरक्षा विभाग को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए। एडीएम प्रशासन ओ.पी. बुनकर ने बताया कि नागरिक सुरक्षा विभाग में 300 स्वयंसेवक है जिनमें से 100 कार्यरत है तथा 32 राउन्ड दी क्लोक कार्य कर रहे हैं। विभाग के पास फायर ब्रिगेड, मिनी ट्रक, 409 एवं बौलेरों उपलब्ध है। एसडीआरएफ द्वारा निजी जेसीबी व ट्रेक्टर संचालकों से सम्पर्क कर रोड जाम की स्थिति से निपटने हेतु अलर्ट रहने हेतु निर्देशित किया गया है। पुलिस विभाग, नागरिक सुरक्षा दल तथा एसडीआरएफ को अलर्ट मोड पर रहने हेतु निर्देशित किया गया तथा पुलिस विभाग को निर्देश दिये गये कि चक्रवात के दौरान यदि कहीं पर भी जाम की स्थिति बनती एवं आवागमन बाधित होता है तो तुरन्त कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु अलर्ट मोड पर रहें।
जिला कलक्टर ने पुलिस, एसडीआरएफ और नागरिक सुरक्षा विभाग को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए। एडीएम प्रशासन ओ.पी. बुनकर ने बताया कि नागरिक सुरक्षा विभाग में 300 स्वयंसेवक है जिनमें से 100 कार्यरत है तथा 32 राउन्ड दी क्लोक कार्य कर रहे हैं। विभाग के पास फायर ब्रिगेड, मिनी ट्रक, 409 एवं बौलेरों उपलब्ध है। एसडीआरएफ द्वारा निजी जेसीबी व ट्रेक्टर संचालकों से सम्पर्क कर रोड जाम की स्थिति से निपटने हेतु अलर्ट रहने हेतु निर्देशित किया गया है। पुलिस विभाग, नागरिक सुरक्षा दल तथा एसडीआरएफ को अलर्ट मोड पर रहने हेतु निर्देशित किया गया तथा पुलिस विभाग को निर्देश दिये गये कि चक्रवात के दौरान यदि कहीं पर भी जाम की स्थिति बनती एवं आवागमन बाधित होता है तो तुरन्त कानून व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु अलर्ट मोड पर रहें।
ऑक्सीजन परिवहन रहे सुचारू
बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने चक्रवात के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग, राजमार्ग सड़के आदि क्षतिग्रस्त होने की आशंका जताते हुए कहा कि चट्टाने खिसकने, पेड़ गिरने आदि से परिवहन बाधित हो सकता है। कोविड-19 के तहत प्रभावित लोगों के ईलाज हेतु जामनगर एवं हजीरा से आॅक्सीजन सड़क मार्ग से उदयपुर टेंकर द्वारा लाई जा रही है एवं मार्ग बाधित होने से ऑक्सीजन आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो सकती है। अतः परिवहन सुगम करने हेतु कार्यवाही सुनिश्चित करें ताकि कोविड-19 के संक्रमितांे के इलाज हेतु आॅक्सीजन आपूर्ति में कोई बाधा उत्पन्न नहीं हों।
बैठक के दौरान जिला कलक्टर ने चक्रवात के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग, राजमार्ग सड़के आदि क्षतिग्रस्त होने की आशंका जताते हुए कहा कि चट्टाने खिसकने, पेड़ गिरने आदि से परिवहन बाधित हो सकता है। कोविड-19 के तहत प्रभावित लोगों के ईलाज हेतु जामनगर एवं हजीरा से आॅक्सीजन सड़क मार्ग से उदयपुर टेंकर द्वारा लाई जा रही है एवं मार्ग बाधित होने से ऑक्सीजन आपूर्ति में बाधा उत्पन्न हो सकती है। अतः परिवहन सुगम करने हेतु कार्यवाही सुनिश्चित करें ताकि कोविड-19 के संक्रमितांे के इलाज हेतु आॅक्सीजन आपूर्ति में कोई बाधा उत्पन्न नहीं हों।
बैठक में जिले के सभी विभागों को निर्देश प्रदान किये गये कि उनके सभी अधिकारी एवं कार्मिक मुख्यालय पर उपलब्ध रहेंगे तथा बिना पूर्वानुमति के वे मुख्यालय परित्याग नहीं करेंगे। बैठक में एडीडम प्रशासन ओ.पी. बुनकर, स्मार्ट सिटी लिमिटेड उदयपुर के सीईओ नीलाभ सक्सेना, एसडीएम गिर्वा अपर्णा गुप्ता सहित प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी उपस्थित थे।