मौसम विभाग ने चक्रवात के असर के कारण मेवाड़ में तेज बारिश की संभावना जताई थी। उसी के असर के कारण उदयपुर जिले में कई जगहों पर काले घने बादल छा गए व तेज बारिश हुई। जिले के मेनार, गींगला, वल्लभनगर, भटेवर सहित कई क्षेत्रों में चक्रवात के कारण तेज आंधी व धूल के गुबार उठे। उसके साथ ही बारिश हुई। इधर, शहर में भी शाम होते-होते तेज अंधड़ चला। इसके बाद शहर में तेज बारिश हुई। बारिश करीब आधे घंटे तक चली, इससे कई जगहों पर पानी भर गया।
भारी बारिश की चेतावनी पर प्रशासन ने बनाया कंट्रोल रूम अरब सागर से उठे चक्रवाती तूफान के प्रभाव से उदयपुर संभाग में भारी बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केन्द्र जयपुर के पूर्वानुमान के अनुसार उदयपुर संभाग को रेड जोन में रखा गया है। चक्रवाती तूफान की गंभीरता को देखते हुए जिला प्रशासन ने भी पूरी तैयारी कर ली है। जिला कलक्टर चेतन देवड़ा की अध्यक्षता में रविवार को चक्रवाती तूफान के मद्देनजर आपातकालीन बैठक हुई। बैठक में संभावित आपातकालीन परिस्थितियों पर चर्चा की गई। एडीएम (प्रशासन) ओ.पी. बुनकर ने बताया कि चक्रवाती तूफान की वजह से किसी भी तरह की हानि को रोकने और त्वरित कार्रवाई के लिए जिला कलक्टर के निर्देशानुसार कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जो 24 घंटे काम करेगा। चक्रवाती तूफान की वजह से उत्पन्न किसी भी आपातकालीन परिस्थिति में कंट्रोल रूम के दूरभाष नंबर 0294-2414620 पर संपर्क किया जा सकता है।