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दास्तान-ए-ब्लैक अप्रेल

locationउदयपुरPublished: May 01, 2021 11:34:31 am

Submitted by:

bhuvanesh pandya

काल की काली छाया में ढंकती गई लेकसिटी
 

दास्तान-ए-ब्लैक

दास्तान-ए-ब्लैक

भुवनेश पंड्या

देश कोरोना की आग में धधक रहा है। यह अप्रेल का महीना ब्लैक अप्रेल था। पिछले 30 दिनों में कोरोना के तांडव ने वो जख्म दे दिए जिनका भर पाना मुश्किल है। भारत का हर शहर सदमे में हैं तो उदयपुर भी इससे अछूता कैसे रहता। पूरी लेकसिटी कोरोना के शिकंजे में जकड़ी हुई है। अप्रेल की शुरुआत में ही कोरोना ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया था। कोरोना पीडि़त ऑक्सीजन व बेड के लिए दर-दर भटकते रहे तो महीने का अंत आते-आते अस्पतालों में मौत का मातम छा गया, मुर्दाघरों में शवों को रखना मुश्किल हो गया। श्मशान घाटों में परिजनों का शव जलाने के लिए लोग घंटों कतारों में लगे हुए हैं। कोरोना के खिलाफ युद्ध में हमारे धर्म योद्धा डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ व सफाई कर्मचारी मोर्चे पर डटे हुए हैं। तस्वीर अभी और भयावह होती दिख रही है। ब्लैक अप्रेल की पुनरावृत्ति नहीं हो इसके लिए एक ही हथियार है सतर्कता।
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उदयपुर. हम मार्च तक ठीक थे, लेकिन जैसे ही अप्रेल माह की दस्तक हुई तो कोरोना काल बनकर लोगों पर मानो बरस पड़ा। इतना बरसा कि हर कोई अन्दर तक हिल कर रह गया। शहर से लेकर जिले का ऐसा कोई घर या गली नहीं बची, जिसमें कोरोना ने हमला नहीं बोला हो। किसी के घर में हाहाकार मचा कर निकला तो किसी को तन और मन से कमजोर कर गया। अप्रेल माह में किस कदर कोरोना के घातक तीर चले और कैसे पूरा सिस्टम इस घनघोर कालिमा के आगे नतमस्तक होता गया। एक ऐसी भयावह तस्वीर जिसमें एक-एक पलंग के लिए जद्दोजहद दिखी तो उपचार की भीख मांगते लोगों के सूखे चेहरे नजर आए। धराशायी होते मेडिकल ढांचे से पर्दा हटा तो लाचार हुक्मरान और महकमे के थके चेहरे भी नजर आने लगे। मोक्षधाम से लेकर कब्रिस्तान तक लम्बी कतारें भी हर किसी का मन खिन्न कर गई। पत्रिका की विशेष रिपोर्ट में।
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एक महीना बदल गया सब कुछ

ये थे-ये हो गए: मार्च माह तक हमारे यहां संक्रमितों की संख्या अप्रेल पूरा होने तक एक माह में 21818 बढ़ गई, तो होम आइसालेशन में जहां हमारे घरों में केवल 513 संक्रमित थे, वे 9443 बढ़ते हुए कुल 9956 हो चुके हैं। मार्च पूरा होने तक हमारे जिले में एक्टिव केस 730 थे, जबकि 10461 केस एक माह में बढ़े और अब कुल संख्या 11191 हो चुकी है। आम तौर पर विभाग मौत के आंकड़े देने से हिचकिचाता रहा है, लेकिन इस मार्च माह तक 131 मौतें बताई गई, लेकिन एक ही माह में विभाग ने भी 156 मौते बताई है। हालांकि मौतों की संख्या वास्तविक में कही अधिक है।
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फेक्ट फाइल:
मरीज- मार्च, 2021 तक की स्थिति- अप्रेल में बदल गए हाल- अंतर

संक्रमित कुल- 12922- 34740- 21818 बढ़े मरीज
कुल डिस्चार्ज- 12431-23262- 10831

कुल होम आइसोलेशन-513-9956- 9443
कुल एक्टिव केस- 730-11191-10461

मौत विभागानुसार- 131-287- 156
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ऐसे बदले एमबी हॉस्पिटल में साधन उपकरण
उपकरण- अप्रेल 2020 का स्टेटस- अप्रेल 2021 का स्टेटस- इतने बढ़े

वार्ड पलंग- 2506- 2882- 396
आईसीयू पलंग- 233- 313- 80

वेंटिलेटर- 233- 392- 159- इसमें पीएम केयर्स के शामिल हैं, जो फिलहाल वर्किंग में नहीं
मल्टीपेरा मोनिटर्स- 185- 275- 90
ऑक्सीजन सिलेंडर्स- 719-1301
सीटी स्केन- 3-3-0

एक्स-रे- 32-40-8
यूएसजी-14-18-4

डायलिसिस मशीन- 22- 30-8
एचएफएनसी- 0-48-48

ऑक्सीजन पॉइन्ट्स- 744- 864
सीआरपी एनालाइजर- 0-1-1

एबीजी मशीन- 5-9-4
ऑटो एनालाइजर- 5-5-0

प्लाज्मा एफरेसिस मशीन- 2-2-0
एम्बुलेंस- 8-9-1

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– ऑक्सीजन प्लांट की शुरुआत
एमबी में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट व ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट शुरू किए गए, ताकि निर्बाध ऑक्सीजन मरीजों को मिल सके।
ये वार्ड नए बनाए- कोरोना के बढ़ते मामलों में ये वार्ड बढ़ाए

– एसएसबी फिर शुरू
– सर्जरी ब्लॉक
– मनारोग विभाग के ऊपरी हिस्से में मेडिसीन विभाग
– स्कीन

– ऑर्थोपडिक
– न्यूरोसर्जरी

– फीमेल इएनटी
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ये भी किया –
– बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए बेड़वास स्थित जीबीएच हॉस्पिटल अधिग्रहित किया। इसमें वर्तमान में 260 पलंगों पर 99 संक्रमित भर्ती हैं।
– एमबी के लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट पर भिवाड़ी से 20 केएल ऑक्सीजन लाकर डलवाई गई तो नियमित दरीबा प्लांट से ऑक्सीजन डाली जा रही है।
– अम्बामाता चिकित्सालय के सामने के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के छात्रावास का अधिग्रहण कर शुरू किया।
– जिला प्रशासन की ओर से आयुर्वेदिक कॉलेज को कोविड सेंटर बनाया गया।
– घर-घर स्क्रीनिंग की शुरुआत की गई।

– जिला प्रशासन ने कोविड रोगियों के लिए 13 भवन मय संसाधन अधिग्रहित किए, इसमें कस्तूरबा जनजाति आवासीय छात्रावास मधुबन व जनजाति खेल छात्रावास मधुबन के 12-12 कमरे, बहुउद्देश्यीय जनजाति बालिका छात्रावास के 75 कमरे, तीरंदाजी एकेडमी खेलगांव के 17 कमरे, मॉडल रेजीडेंशियल स्कूल ढीकली बालिका के 70 कमरे, राजकीय अंबेडकर छात्रावास प्रतापनगर द्वितीय के 5 कमरे, कॉलेज स्तरीय कन्या छात्रावास मधुबन अनुसूचित जनजाति के 16 कमरे, कॉलेज स्तरीय कन्या छात्रावास मधुबन, अनुसूचित जाति के 9 कमरे, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय धोल की पाटी के 6 कमरे, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय रेजीडेंसी के 7 कमरे, मदन मोहन मालवीय राजकीय आयुर्वेद महाविद्यालय के 5 कमरे, आयुर्वेदिक चिकित्सालय मोती चौहट्टा उदयपुर के 3 कमरे तथा जेडआरटीआई हॉस्टर नंबर 8 उदयपुर के 98 कमरे मय संसाधन अधिग्रहित किए।
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ये है आगे की योजना-
– बढ़ते कोरोना रोगियों की संख्या को देखते हुए पशु चिकित्सालय का अधिग्रहण कर वहां 100-150 पलंग लगाने की तैयारी

– एमबी हॉस्पिटल के लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट में प्रति दो दिनों में 20 केएल के दो क्रायोजनिक टेंकर के माध्यम से ऑक्सीजन डलवाने की योजना।
– हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की ओर से दिए गए 100 पलंग के आधुनिकतम अस्थाई चिकित्सालय के निर्माण के लिए जगह का अधिग्रहण करने की तैयारी, इसका प्रस्ताव सरकार को भेजा गया हैं, इसमें सभी 100 पलंग आधुनिकतम संसाधनों के आईसीयू वाले होंगे। बड़े मैदान पर डोम लगाकर ये हॉस्पिटल तैयार किया जाना है।
– गुजरात मॉडल भी लागू करने पर विचार- इसमें प्रत्येक निजी चिकित्सालय जहां 60 से अधिक पलंग है, वहां पलंग आरक्षित कर लोगों को भर्ती होने के बाद उसका खर्च सरकार द्वारा चुकाने की तैयारी भी है, ये योजना भी प्रस्तावित है।
– 13 नए वेंटिलेटर खरीदने की तैयारी।
– करीब 570 कंसन्ट्रेटर नए शुरू होंगे ताकि आक्सीजन की कमी से लड़ा जा सके।
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मौतों ने ऐसे मचाया तांडव
दिनांक. वास्तविक मौत- विभाग की ओर से घोषित मौत

7 अप्रेल. 4-.4
8 अप्रेल. 3. 3
9 अप्रेल. 4. 4
10 अप्रेल.4. 4

11 अप्रेल.6. 0
12 अप्रेल.10.5

13 अप्रेल. 4.4
14 अप्रेल. 6.4

15 अप्रेल. 16.3
16 अप्रेल. 8.5

17 अप्रेल. 15.3
18 अप्रेल. 11.4

19 .20.8
20-7 -7

21.17.8
22.15.5
23.10.9
24-17-6

25- 29-08
26-24-13

27-42-14
28-34 -11

29- 27-12
30- 24-10

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