उदयपुर. मौत के बाद न तो उसे कफन नसीब हुआ न ही शव ले जाने के लिए तीन घंटे तक वाहन। अब उसे मिट्टी भी शव मिलने के पांच दिन बाद नसीब हो पाई। घंटाघर थानापुलिस
ghantaghar Police ने शव को बैकुंठधाम सेवा संस्थान के शव सुपुर्द किया। शव को शंकरलाल निजी एम्बुलेंस से अशोकनगर श्मसान लेकर पहुंचे जहां हीरालाल साहू, मांगीलाल सुथार, दिनेश कुमावत, गोपाल वैष्णव, अनिल ने शव को विधि विधान से दाहसंस्कार किया। गौरतलब कि है कि 17 जुलाई को युवक का पिछोला झील
Lake Pichola में एक युवक मिला था। घंटाघर थानापुलिस नेगोताखोर छोटू हेला व आपदा प्रबंधन की टीम की मदद से शव को बाहर निकालवाया था। लोगों ने शव को वहां बंद पड़ी जेटी पर रख दिया। कफन नहीं होने पर उसके पहने कपड़े से ही मुंह ढक दिया। शव तीन से चार दिन पुराना होने से दुर्गन्ध के कारण कोई पास नहीं जा पाया। पुलिस के पास भी वाहन नहीं होने से वह हाथ पर हाथ धरे खड़े गए। आपदा प्रबंधन की टीम भी वाहन का इंतजार करती है। पुलिस ने जैसे-तैसे गुजरात रजिस्ट्रेशन की एक एम्बुलेंस को जुटाकर शव को एमबी.चिकित्सालय रखवाया लेकिन पांच दिन बाद तक उसकी शिनाख्त नहीं हो पाई।