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हाइकोर्ट बेंच की मांग को लेकर विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत के आमरण अनशन के बाद मुख्यमंत्री ने विधि मंत्री की अध्यक्षता में एक कमेटी के गठन का निर्णय लिया था। इस पर सर्वसम्मति पर राय के बाद ही चपलोत ने आमरण अनशन समाप्त किया था लेकिन जोधपुर सहित अन्य संभाग मुख्यालयों पर विरोध होने से अब तक कमेटी का गठन नहीं हो पाया। समिति के संयोजक चपलोत, महासचिव शांतिलाल पामेचा, अध्यक्ष रमेश नंदवाना, कोषाध्यक्ष गौतमलाल सिरोहा, बार अध्यक्ष रामकृपा शर्मा सहित पूरी कार्यकारिणी ने मुख्यमंत्री व विधि मंत्री से शीघ्र कमेटी का गठन कर हाइकोर्ट बेंच की अनुशंसा की है। सभी पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार का सकारात्मक रवैया नहीं रहा तो विधानसभा चुनाव में इसके प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलेंगे। पदाधिकारियों ने विधि मंत्री के लगातार कमेटी के गठन को लेकर दिए जा रहे अपने बयान पर निंदा की है।
हाइकोर्ट बेंच की मांग को लेकर विधानसभा अध्यक्ष शांतिलाल चपलोत के आमरण अनशन के बाद मुख्यमंत्री ने विधि मंत्री की अध्यक्षता में एक कमेटी के गठन का निर्णय लिया था। इस पर सर्वसम्मति पर राय के बाद ही चपलोत ने आमरण अनशन समाप्त किया था लेकिन जोधपुर सहित अन्य संभाग मुख्यालयों पर विरोध होने से अब तक कमेटी का गठन नहीं हो पाया। समिति के संयोजक चपलोत, महासचिव शांतिलाल पामेचा, अध्यक्ष रमेश नंदवाना, कोषाध्यक्ष गौतमलाल सिरोहा, बार अध्यक्ष रामकृपा शर्मा सहित पूरी कार्यकारिणी ने मुख्यमंत्री व विधि मंत्री से शीघ्र कमेटी का गठन कर हाइकोर्ट बेंच की अनुशंसा की है। सभी पदाधिकारियों ने कहा कि सरकार का सकारात्मक रवैया नहीं रहा तो विधानसभा चुनाव में इसके प्रतिकूल प्रभाव देखने को मिलेंगे। पदाधिकारियों ने विधि मंत्री के लगातार कमेटी के गठन को लेकर दिए जा रहे अपने बयान पर निंदा की है।