उनका सीधा सा आरोप था कि अफसर निश्चित झूठ बोलकर सरकार को गुमराह कर रहे हैं और वह काम नहीं करना चाहते हैं। जिला परिषद सीईओ अविचल चतुर्वेदी में जनप्रतिनिधियों को काफी समझाया लेकिन वह टस से मस नहीं हुए, इस बीच वल्लभनगर विधायक रणधीर सिंह भींडर ने दखल देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधि कुर्सी पर आ जाए लेकिन वह नहीं माने और इस बात पर अड़ गए थे कि जलदाय विभाग के अधिकारियों लिखकर दें कि उनकी समस्या का समाधान 1 महीने में कर दिया जाएगा बाद में सीईओ और वल्लभनगर विधायक भिंडर ने समझाया मीटिंग के बाद यह लिखकर दे दिया जाएगा तब यह सदस्य अपनी कुर्सी पर बैठे हैं ।
मामला ऐसा था कि मावली पंचायत समिति क्षेत्र में एक गांव में पानी की टंकी के साथ जो पाइप लेने लगाई वह बिल्कुल डुप्लीकेट थे जिससे आए दिन वहां पर पानी की पाइप लाइन में फट जाने की घटनाएं होती है। बैठक में जिला प्रमुख शांतिलाल मेघवाल के नहीं आने को लेकर भी बड़ी नाराजगी सदस्यों जताई दूसरी तरफ यह भी बताया है कि जिला प्रमुख प्रधानमंत्री की यात्रा को लेकर अपनी पार्टी की बैठक में भाजपा कार्यालय में है।।