scriptvideo: डिग्रियां देने तक सीमित नहीं रहे विवि सामाजिक दायित्व निभाए: कोहली | Do not be confined to giving degrees to social responsibility | Patrika News

video: डिग्रियां देने तक सीमित नहीं रहे विवि सामाजिक दायित्व निभाए: कोहली

locationउदयपुरPublished: Apr 09, 2019 08:20:54 pm

Submitted by:

Bhuvnesh

– राजस्थान विद्यापीठ का 11वां दीक्षांत समारोह
– गुजरात के राज्यपाल बोले राष्टपति चाहते है कि विवि भी सीएसआर में हो शामिल

- राजस्थान विद्यापीठ का 11वां दीक्षांत समारोह

– राजस्थान विद्यापीठ का 11वां दीक्षांत समारोह

भुवनेश पण्ड्या

उदयपुर. गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि देश के राज्यपाल जब भी राष्ट्रपति कोविंद की बैठक में जाते हैं तब राष्ट्रपति एक ही बात दोहराते हैं, कहते हैं कि देश के सभी विवि भी औद्योगिक घरानों की तरह ही सीएसआर यानी में सोशियल रिस्पोंसिबिलिटी का कंसेप्ट शुरू करें, ताकि विवि शिक्षा देने के साथ-साथ सामाजिक दायित्व निर्वहन भी करेंगे। कोहली मंगलवार को जनार्दन राय नागर राजस्थान विद्यापीठ विवि में आयोजित 11 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जल्द ही ये कंसेप्ट शुरू किया जा सकता है, ताकि समाज और विवि में नजदीकी बढ़े। उन्होंने कहा कि हम स्वतंत्रता के 75 साल में प्रवेश करने वाले हैं, लेकिन आज भी हमें विकासशील देशों की श्रेणी में रखा जाता है। विकासशील से विकसित देशों की श्रेणी में भारत को लाने का जिम्मा हमारे युवाओं का है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वे ऐसे संसाधन विकसित करें जिससे देश उत्तरोत्तर प्रगतिरत रहे। बता दें विद्यापीठ के दीक्षांत समारोह में मंगलवार को उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 35 विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल से नवाजा गया। पिछली बार की तरह ही इस बार छात्राएं आगे रही, 23 छात्राओं ने गोल्ड मेडल प्राप्त किए जबकि छात्रों की संख्या 12 रही। उन्होंने विद्यापीठ के लिए कहा कि महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी अच्छी परफोरमेंस दी है। दीक्षांत में विभिन्न विषयों के 50 पीएचडी धारियो को डिग्री प्रदान की गई। इसमें 12 कम्प्यूटर साइंस, 2 सोशल वर्क,12 एज्यूकेशन, 4 पोलटीकल, 7 इतिहास, 4 भूगोल, 1 अर्थ शास्त्र, 1 संस्कृत, 1 हिन्दी, 3 मैनेजमेंट, 3 एकाउण्ट्स व 3 मेडिसन में पीएचडी धारक शामिल थे। समारोह में विधि आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो. मूलचंद शर्मा को डीलिट की उपाधि से नवाजा गया। कार्यक्रम में राज्यपाल ओपी कोहली, कुलाधिपति प्रो एचसी पारख, कुलपति प्रो एसएस सारंगदेवोत व विधि आयोग के पूर्व अध्यक्ष प्रो मूलचंद शर्मा व कुल प्रमुख भंवरलाल गुर्जर ने गोल्ड मेडल व उपाधियां प्रदान की।
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यूजीसी नई दिल्ली के पूर्व सदस्य आईएम कपाही ने कहा कि शिक्षा मनुष्य को चरित्रवान और संस्कारवान बनाती है। इसलिए वर्तमान में गुरू प्रतिष्ठा को वापस स्थापित करने की आवश्यकता है। विधि आयोग के पूर्व अध्यक्ष शर्मा ने कहा कि वे यहां आकर गौरवान्वित हैं। यहां आने के बाद उनकी कई स्मृतियां जहन में जागी हैं। उन्होंने कहा कि उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थी अपने ज्ञान से देश व ग्रामीणों को शिक्षा से जोडने में अपनी भागीदारी निभाएं। कुलपति प्रो एसएस सारंगदेवोत ने कहा कि उच्च शिक्षा में छात्राएं आगे बढ रही हैए यह हर्ष की बात है। पीएचडी में उपाधि प्राप्त कर लेने के बाद भी शोधार्थियों को शोधरत ही रहना चाहिए। समारोह का संचालन रजिस्टार प्रो आपी नारायणीवाल ने किया। समारोह मे ंयूजी पीजी व प्रबंध संकाय के टॉपर्स को गोल्ड मेडल प्रदान किए। विवि के डीन डायरेक्टर्स सहित विद्यार्थियों के अभिभावक व नागरिक उपस्थित थे।
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इन छात्राओं को मिला सोना
शिवांगी सोनी, दीपशिखा राणावत, झमकु डांगी, एश्वर्या शर्मा, दीक्षापुरी गोस्वामी, प्रेक्षा जैन, नुपूर कुमारी, निधि शर्मा, दयावंति परिहार, मनवी शर्मा, कविता अरोडा, आयुषी भटनागर, पलक जैन, भावना मेनारिया, शीना वाहिद, नीलम घोघरा, तप्ति दवे, प्रीति बाला त्रिपाठी, दीशा व्यास, सोनिया राव, रंजना यादव व प्रियंका शर्मा को गोल्ड मेडल प्रदान किए गए।
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