नौकरी नहीं करते शिक्षक नेता, दबाव की राजनीति
उदयपुरPublished: Mar 24, 2019 12:06:18 am
राजस्थान शिक्षक कांग्रेस के पदाधिकारी ने लगाए आरोप
नौकरी नहीं करते शिक्षक नेता, दबाव की राजनीति
उदयपुर. राजस्थान शिक्षक कांग्रेस की ओर से शनिवार को शिक्षामंत्री के नाम भेजे गए ज्ञापन में कुछ शिक्षक नेताओं की ओर से नौकरी नहीं करने एवं विभागीय व्यवस्था पर अनावश्यक दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए संगठन विशेष की ओर से बढ़ते दबाव को राकेने की मांग की है। संगठन के प्रदेश महामंत्री देवकिशन रामानुज ने आरोप लगाए कि तथाकथित शिक्षक संगठन के पदाधिकारी विद्यालय की दैनिक जिम्मेदारी को पूरा करने की बजाए शिक्षक समस्याओं के नाम पर जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय एवं अधिकारियों पर अनावश्यक दबाव बनाते रहते हैं। आरोप लगाया कि ऐसे शिक्षक चौथ वसूली जैसे अपकृत्यों में भी शामिल हैं। रामानुज ने शिक्षा मंत्री को बताया कि कार्यालय में प्रतिनियुक्त शिक्षक के साथ संगठन विशेष के प्रतिनिधयों की ओर से मारपीट भी की जा चुकी है। बाद में जिला शिक्षा अधिकारी सहित संबंधित शिक्षक पर एफआईआर दर्ज नहीं कराने का भी दबाव बनाया गया। संगठन ने मांग की प्रदेश की सरकार को ऐसे शिक्षकों पर प्रतिबंध लगाते हुए अध्यादेश जारी करना चाहिए, जिसके तहत संगठन या उसके पदाधिकारी बिना पूर्व अनुमति के कार्यालय में नहीं आएं। नियमों की पालना नहीं करने वाले ऐसे शिक्षक नेताओं के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की भी मांग की। ज्ञापन में बताया गया कि ऐसे शिक्षकों की सक्रियता से पूरे शिक्षा तंत्र का माहौल बिगड़ रहा है।
शिक्षक संगठनों के बीच सामने आया यह विवाद अब आम शिक्षकों एवं विभागीय कारिंदों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है।