यूं तो उदयपुर में एनसीसी की कई बटालियन है। इसमें सबसे बड़ी बटालियन आर एंड वी है। इसका क्षेत्र देबारी और मावली तक फैला हुआ है। वर्तमान में रेजिमेंट के पास 18 सौ कैडेट्स की स्टे्रंथ है, जबकि अगले शिक्षण सत्र में यह आंकड़ा 2720 कैडेट्स हो जाएगा। इसमें 520 कैडेट्स सीनियर डिवीजन के होंगे। वर्तमान में रेजिमेंट के भर्ती सीनियर डिवीजन कोटे में 80 फीसदी कोटा पशु महाविद्यालय का है, जबकि शेष कोटा एमपीयूएटी का है।
कहे तो दो साल पहले महाविद्यालय परिसर में आर एंड वी एनसीसी बटालियन स्थापित हुई। इसलिए इस बार यहां सी सर्टिफिकिट को लेकर कोई परीक्षा नहीं होगी। इस बटालियन का विशेष उद्देश्य घुड़सवारी के साथ पशु चिकित्सकों के बीच घोड़ों देखरेख करना रहेगा। महाराणा प्रताप की जन्म भूमि होने के कारण घोड़ों की इस बटालियन का चयन मेवाड़ क्षेत्र में हुआ है। आम एनसीसी में शामिल सफाई, समाज सेवा, पौधरोपण कार्य भी इनके प्रशिक्षण का हिस्सा है। भावी पशु चिकित्सकों को प्रशिक्षण की इस सुविधा का ये फायदा होगा कि सेना में भर्ती के अवसर पर उन्हें विशेष कोटे के तहत सीधे एंट्री का मार्ग मिलेगा।
बी सर्टिफिकिट परीक्षा को लेकर छात्र व छात्रा कैडेट को अभ्यास कार्य कराया जा रहा है। घोड़ों की स्ट्रेंथ को लेकर प्रक्रिया जारी है। हम बेहतर करने की कोशिश में हैं।
कर्नल वसंत बल्लेवार, कमांडिंग ऑफिसर, आर एंड वी एनसीसी बटालियन