पूरी शादी में खास रहा कि हवन कुण्ड और पंडित का कोई स्थान नहीं रहा। मंडप में भीमराव अंबेडकर की तस्वीर थी। तस्वीर के समक्ष परिजनों ने युवक-युवती को संविधान की शपथ दिलाई और तस्वीर के सात फेरे लिए। परिजनों ने नवविवाहित जोड़े को बाबा साहेब की तस्वीर भेंट की। बारातियों में भी विवाह के अनूठे अंदाज को लेकर चर्चा रही।