हड़ताल से इस परिसर में पसरे रहे सन्नाटे ने भी चुप्पी तोड़ी और हमेशा की तरह यहां वाहनों की कतारें लगी रही। ओपीडी समय में पहुंचे मरीजों ने उनकी समस्या सुनाते हुए चिकित्सा परामर्श लिया। यही कारण था कि रविवार को 1 हजार के ओपीडी वाले दोनों चिकित्सालयों में सोमवार को ओपीडी की संख्या का ग्राफ एकाएक छलांग लगाते हुए 42 सौ पर जा पहुंचा। इसी तरह हड़ताल के बीच 48 पर पहुंच गए भर्ती मरीजों की संख्या 200 तक जा पहुंची। दूसरी ओर हड़ताल के बीच सरकार से हुए समाधान को लेकर चिकित्सकों के चेहरे भी खिले हुए दिखाई दिए।
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30 मौतों का जिम्मेदार कौन
इधर, शिवसेना के उप संभाग प्रमुख एवं जिला प्रभारी गजेंद्रसिंह राठौड़ की अध्यक्षता में सोमवार को कालिकामाता मंदिर परिसर में हुई बैठक के दौरान चिकित्सक हड़ताल से प्रदेश में हुई 30 मौतों को लेकर चिंतन हुआ। कार्यकारी जिला प्रमुख सुधीर शर्मा ने बताया कि वेतन और भत्ते को लेकर हड़ताल रहे चिकित्सकों के कारण हुई मौतों का लेकर सरकार के पास क्या जवाब है। इस मामले में सरकार का चिकित्सकों के प्रति क्या रवैया रहेगा। बेकसूर मौतों को लेकर किससे सवाल किया जाएगा। इस दौरान संभाग मीडिया प्रमुख गौरव नागदा, पूरणपुरा गोस्वामी, जिला कार्याल्य प्रमुख गणेश वैष्णव, उप जिला प्रमुख राजन मेघवाल, महानगर प्रमुख विशाल सुहालका, उप प्रमुख मदन लोहार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।
30 मौतों का जिम्मेदार कौन
इधर, शिवसेना के उप संभाग प्रमुख एवं जिला प्रभारी गजेंद्रसिंह राठौड़ की अध्यक्षता में सोमवार को कालिकामाता मंदिर परिसर में हुई बैठक के दौरान चिकित्सक हड़ताल से प्रदेश में हुई 30 मौतों को लेकर चिंतन हुआ। कार्यकारी जिला प्रमुख सुधीर शर्मा ने बताया कि वेतन और भत्ते को लेकर हड़ताल रहे चिकित्सकों के कारण हुई मौतों का लेकर सरकार के पास क्या जवाब है। इस मामले में सरकार का चिकित्सकों के प्रति क्या रवैया रहेगा। बेकसूर मौतों को लेकर किससे सवाल किया जाएगा। इस दौरान संभाग मीडिया प्रमुख गौरव नागदा, पूरणपुरा गोस्वामी, जिला कार्याल्य प्रमुख गणेश वैष्णव, उप जिला प्रमुख राजन मेघवाल, महानगर प्रमुख विशाल सुहालका, उप प्रमुख मदन लोहार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।