उदयपुर

सांसद किरोड़ी मीणा बोले, आदिवासी क्षेत्र में विद्यार्थियों को अशिक्षित रखने की साजिश, डोटासराजी संज्ञान लीजिए

Dr. Kirodi Lal Meena : उदयपुर के झाड़ोल क्षेत्र में 71 विद्यार्थियों को जबरन टीसी का मामला

उदयपुरJun 19, 2021 / 11:12 am

Mukesh Hingar

Dr. Kirodi Lal Meena

मुकेश हिंगड़ / उदयपुर. गोराणा स्कूल में प्रधानाचार्य के 71 बच्चों को स्कूल से निकालने के मामले में राज्यसभा सांसद डा. किरोड़ीलाल मीणा Dr. Kirodi Lal Meena ने आवाज उठाई और प्रदेश के शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा से इस मामले का संज्ञान लेने के साथ ही दोषी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मीणा ने आदिवासी क्षेत्र में विद्यार्थियों को अशिक्षित रखने की साजिश लगाने के आरोप तक लगाए। दूसरी तरफ शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक ने भी इस मामले में 71 ही बच्चों को पुन: शिक्षा से जोडऩे के आदेश जारी किए है।
डा. किरोड़ी ने कहा कि स्कूलों में परीक्षा परिणाम 100 प्रतिशत रखने की सनक में उदयपुर जिले के झाड़ोल ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय गोराणा में 71 आदिवासी बच्चों को जबरन टीसी देकर निकाल दिया गया। शिकायतें आई कि वहां प्रधानाचार्य आदिवासी बच्चों की जबरन टीसी काट रहे है। डा. मीणा ने कहा कि यह गंभीर विषय है, शिक्षामंत्री डोटासरा को इस मामले को देखकर जल्द कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि यह कृत्य साफ तौर पर आदिवासी बच्चों को अशिक्षित रखने की साजिश है, जिसे किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
मीणा ने पत्रिका को बताया कि आदिवासी क्षेत्र में शिक्षा के लिए इतने प्रयास किए जा रहे है और दूसरी तरफ इस तरह विद्यार्थियों को स्कूल से बाहर का रास्ता दिखाा जा रहा है, इस स्कूल के साथ ही पूरे क्षेत्र में जांच की जाए। डा. किरोड़ी ने कहा कि कोटड़ा, झाड़ोल आदिवासी इलाके में शिक्षा एवं आदिवासी के जीवन के विकास को लेकर उन्होंने पहले भी लड़ाई लड़ी और अभी भी वे साथ है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि दोषी प्रधानाचार्य के विरुद्ध शीघ्र ही सख्त कार्यवाही नहीं की गई तो वे आंदोलन करेंगे। मीणा को भील प्रदेश विद्यार्थी मोर्चा के पदाधिकारियों ने भी लिखित में शिकायत देकर जबरन टीसी देने का पूरा मामला बताया।
उल्लेखनीय है कि इस मामले में विद्यार्थी और अभिभावक पिछले दिनों ही उदयपुर जिला मुख्यालय पर आए और यहां कलक्टरी से लेकर शिक्षा विभाग में अधिकारियों को अवगत कराते हुए पूरे मामले के बारे में बताया।
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