क्षेत्र के महेश व्यास ने बताया कि गत कार्यकाल में ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हर बार मांग करने पर केवल आश्वासन ही मिलता है। ऐसे में लोगों में निरंतर रोष बढ़ता जा रहा है। गुलाबसिंह सिसोदिया ने बताया कि वे 2005 से नाकोड़ा नगर में रह रहे हैं। क्षेत्र में भूजल स्तर काफी नीचा है। ऐसे में लोग पानी के टैंकर मंगवाने को मजबूर है।
नाकोड़ा नगर द्वितीय में रहने वाले अम्बालाल शर्मा ने बताया कि करीब तीन वर्ष पूर्व हमारे घर के पास वर्तमान यूआईटी सचिव ने पानी की टंकी और फील्टर प्लांट बनाने के लिए जमीन भी देने का आश्वासन दिया था लेकिन अब तक न पानी की टंकी बनी है और न ही आवंटित भूमि की चारदीवारी बनाई गई है।
नाकोड़ा नगर प्रथम की रहने वाली सुंदर माली ने बताया कि वे इस कॉलोनी में गत दस साल से रह रही हैं। काफी गहरा ट्यूबवैल खुदवाने के बावजूद उसमें पानी नहीं आया। हर तीसरे दिन पानी का टैंकर मंगवाना पड़ता है। प्रज्ञा शर्मा ने बताया कि गर्मी के दिनों में टैंकर मंगवाने के लिए एडवांस बुकिंग करवानी पड़ती है। साथ ही इनकी राशि बढ़ जाती है जिससे बजट बिगड़ जाता है। प्रशासन को क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था शीघ्र करवानी चाहिए जिससे लोगों को राहत मिले।
जाता है।