वारदात का खुलासा करते हुए एएसपी (मुख्यालय) कुंदन कांवरिया ने बताया कि हत्या के आरोपी मालपुर चंदवास झाड़ोल हाल बलिया फला फलासिया निवासी कुलदीपसिंह पुत्र इन्द्रसिंह, मजगामा थाना प्रतापपुर जिला चित्रा झारखण्ड हाल अमली बाजार थाना भीलोडा अरवली गुजरात निवासी विजय उर्फ जीजू उर्फ चंदन मीणा पुत्र रामजी, धरतीदेवी थाना फलासिया निवासी मनीष मीणा पुत्र काना मीणा, महेरू-जसवंतपुरा भीलोड़ा अरवली गुजरात निवासी अनिल लट्ठा उर्फ अंका पुत्र रजनीकांत को गिरफ्तार किया। आरोपियों में विजय के विरुद्ध हत्या के प्रयास, लूट, आम्र्स एक्ट के 21 प्रकरण, कुलदीपसिंह के विरुद्ध बलात्कार व एससी/एसटी एक्ट का एक प्रकरण, अनिल लट्ठा के विरूद्ध अपहरण का एक प्रकरण दर्ज है। गिर्वा वृताधिकारी भूपेन्द्र और झाड़ोल वृताधिकारी जितेन्द्रसिंह राठौड़ के सुपरविजन में गोवर्धनविलास थानाधिकारी संजीव स्वामी और झाड़ोल थानाधिकारी प्रभुलाल के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई की।
यह था मामला 20 नवम्बर सुबह 7 बजे निचला गोयरा बारापाल के जंगल स्थित अंडरपास में अज्ञात का शव पड़ा होने की सूचना मिली। हत्या के बाद यहां शव फेंका जाना सामने आया। पहचान बिछीवाड़ा फलासिया निवासी हाफीज खान (35) पुत्र सरवर खान के रूप में हुई। मृतक हाफीज टैक्सी चलाता था, जो प्रतिदिन फलासिया-उदयपुर रूट पर आता-जाता था। वह 18 नवम्बर सुबह 5.50 बजे फलासिया से कार लेकर निकला था, जो ना तो उदयपुर पहुंचा और ना ही शाम को घर लौटा। परिजनों ने 19 नवम्बर को फलासिया थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
हाफिज को मारी थी तीन गोली जांच में सामने आया कि 18 नवम्बर सुबह 5.45 बजे फलासिया में 3 लोगों ने हाफीज खान की कार को किराए पर ली थी। फलासिया से बारापाल 80 किलोमीटर मार्ग में लगे 300 सीसीटीवी कैमरे जांचे तो इसकी पुष्टि हुई। रास्ते में टैक्सी चालक के सिर में 3 गोली मारकर हत्या की गई। शव ठिकाने लगाने के लिए बारपाल के जंगलों में ले गए। सीसीटीवी फुटेज, संदिग्धगणों से पूछताछ व तकनीकी आधार पर आरोपियों की पहचान हुई। आरोपी कुलदीप सिंह को फलासिया के जंगल से गिरफ्तार किया, कन्हैया लाल व एक अन्य की तलाश जारी है। लूटी गई कार खरीदने वाले भीलोड़ा अरावली गुजरात निवासी विजय उर्फ जीजू उर्फ चंदन मीणा व अनिल लट्ठा उर्फ अंका और वाहन बेचने में मध्यस्थता करने वाले मनीष मीणा को भी गिरफ्तार किया गया।
बीच रास्ते में बहाने से रोका तीन आरोपी हाफिज की कार में फलासिया से रवाना होकर पई गांव के आसपास पहुंचे, जहां लघुशंका के बहाने कार रूकवाई। आरोपी कुलदीप व अन्य साथी कार से उतरे तभी कन्हैया लाल ने हाफिज की गर्दन पर तीन फायर करके हत्या कर दी। आरोपी शव के साथ ही कार लेकर भाग निकले। आरोपियों ने बारापाल निचला गोयरा में शव को छिपा दिया। इसके बाद कार को 80 हजार रुपए में ही बेच दी।