विजया दशमी पर्व को लेकर सिंधी समाज की बिलोचिस्तान पंचायत की श्री सनातन धर्म सेवा समिति की ओर से रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतलों का दहन किया गया। इससे पूर्व दोपहर ३ बजे शक्ति नगर से शोभायात्रा निकली। इसमें ऊंट गाडि़यों, ट्रैक्टर आदि में श्रीराम और उनके जीवन से जुड़ी विभिन्न झांकियां शामिल रही। शोभायात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए गांधी
ग्राउंड पहुंची। श्रद्धालुओं से भरे गांधी ग्राउंड में शोभायात्राओं ने दो से तीन राउंड लगाए। शोभायात्रा में राम, लक्ष्मण, हनुमान , रावण आदि के रूप धरे कलाकार भी शामिल थे। गांधी ग्राउंड पहुंचने के बाद राम, लक्ष्मण, हनुमानजी के रूप धरे कलाकारों की विजयी पूजा हुई। इस बीच भव्य आतिशबाजी जारी रही। इसके बाद हनुमानजी ने लंका दहन किया। लंका दहन के बाद राम, लक्ष्मण ने मेघनाद के पुतले का दहन किया गया। इसके बाद कुंभकरण और अंत में रावण के पुतले का दहन किया गया।
ग्राउंड पहुंची। श्रद्धालुओं से भरे गांधी ग्राउंड में शोभायात्राओं ने दो से तीन राउंड लगाए। शोभायात्रा में राम, लक्ष्मण, हनुमान , रावण आदि के रूप धरे कलाकार भी शामिल थे। गांधी ग्राउंड पहुंचने के बाद राम, लक्ष्मण, हनुमानजी के रूप धरे कलाकारों की विजयी पूजा हुई। इस बीच भव्य आतिशबाजी जारी रही। इसके बाद हनुमानजी ने लंका दहन किया। लंका दहन के बाद राम, लक्ष्मण ने मेघनाद के पुतले का दहन किया गया। इसके बाद कुंभकरण और अंत में रावण के पुतले का दहन किया गया।
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आतिशी नजारे ने मोहा
इस बार आतिशी नजारों में कुछ नई विशेताएं जोड़ी गई। इनमें आसमान में रंग-बिरंगी आतिशबाजी के साथ ही श्री सनातन धर्म सेवा समिति, नगर निगम उदयपुर, बिलोचिस्तान पंचायत आदि के नाम की कोड फायर (डिजीटल आतिशबाजी)
आतिशबाजी भी की गई। इसके साथ ही राम, लक्ष्मण, हनुमान की पूजा के स्टेज के चारों ओर आतिशबाजी ने सभी का मन मोह लिया। लंका दहन से पूर्व भी करके सोने की लंका दिखाई गई। यहां 65 फीट का रावण और 60-60 फीट के कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले खड़े हुए थे। हनुमान ने पहले लंका जलाई और शाम 7 बजे आतिशबाजी के बीच श्रीराम व लक्ष्मण ने रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के दम्भी पुतलों का दहन किया। कार्यक्रम के दौरान गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी, सांसद अर्जुन मीणा, ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास सहित सनातन धर्म के पदाधिकारी और शहर के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
आतिशी नजारे ने मोहा
इस बार आतिशी नजारों में कुछ नई विशेताएं जोड़ी गई। इनमें आसमान में रंग-बिरंगी आतिशबाजी के साथ ही श्री सनातन धर्म सेवा समिति, नगर निगम उदयपुर, बिलोचिस्तान पंचायत आदि के नाम की कोड फायर (डिजीटल आतिशबाजी)
आतिशबाजी भी की गई। इसके साथ ही राम, लक्ष्मण, हनुमान की पूजा के स्टेज के चारों ओर आतिशबाजी ने सभी का मन मोह लिया। लंका दहन से पूर्व भी करके सोने की लंका दिखाई गई। यहां 65 फीट का रावण और 60-60 फीट के कुंभकर्ण व मेघनाद के पुतले खड़े हुए थे। हनुमान ने पहले लंका जलाई और शाम 7 बजे आतिशबाजी के बीच श्रीराम व लक्ष्मण ने रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के दम्भी पुतलों का दहन किया। कार्यक्रम के दौरान गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया, उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी, सांसद अर्जुन मीणा, ग्रामीण विधायक फूलसिंह मीणा, महापौर चन्द्रसिंह कोठारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास सहित सनातन धर्म के पदाधिकारी और शहर के कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।