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भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को परोसेंगे ‘धूल फ्राई, मिट्टी मसाला व कंकड़ हांडी

locationउदयपुरPublished: Sep 18, 2018 02:37:10 am

Submitted by:

Sushil Kumar Singh

जिला कांग्रेस कमेटी पर्यावरण प्रकोष्ठ की चेतावनी, नगर निगम महापौर व आयुक्त से की मुलाकात

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भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष को परोसेंगे ‘धूल फ्राई, मिट्टी मसाला व कंकड़ हांडी

डॉ. सुशीलसिंह चौहान/ उदयपुर. स्मार्ट सिटी में शामिल उदयपुर शहर की सड़कों की बेकद्री का दर्द अब पीडि़त लोगों की जुबां का ‘कड़वा जायकाÓ बन गया है। लोगों में नाराजगी इस कदर बढ़ गई है कि अब वह बिना बोले रह भी नहीं सकते और आए दिन की ‘बीमारी भरा दर्दÓ सह भी नहीं सकते। शहर में सड़कों की समस्या से पीडि़त लोगों के दर्द को बांटने के लिए सोमवार को जिला कांग्रेस कमेटी पर्यावरण प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों ने मंगलवार को उदयपुर आ रहे भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को उनकी सभा में ‘धूल फ्राई, मिट्टी मसाला व कंकड़ हांडीÓ सौंपने की मंशा जताई है। इससे पहले पदाधिकारियों ने हिरन मगरी, सुभाष नगर, यूनिवर्सिटी रोड, बीएसएनएल रोड सहित अन्य इलाकों में बदहाल सड़कों को लेकर निगम महापौर चंद्रसिंह कोठारी एवं आयुक्त सिद्धार्थ सिहाग को ‘धूल फ्राई, मिट्टी मसाला व कंकड़ हांडीÓ के नमूनों के तौर पर थैलियों में भरे हुई धूल, सड़क पर पसरी मिट्टी और बिखरी कंकरीट पेश किए। पदाधिकारियों न चेताया कि नमूनों में शामिल परेशानी को वह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को सौंपेंगे। साथ ही बताएंगे कि आम आदमी इस शहर में आए दिन कितनी धूल-मिट्टी फांक रहा है। नेता प्रतिपक्ष मोहसिन खान, दिनेश भोई, बबलू टांक, रोहित पालीवाल, आशीष श्रीवास्तव, अभिजीतसिंह खींची, मानसिंह शक्तावत, दशरथसिंह, मिशेल राजसिंह, शंभू कुमावत एवं प्रशांत कुमावत की ओर से दी गई चेतावनी के बाद निगम आयुक्त ने 23 सितम्बर से सड़क मरम्मत कार्य शुरू करने का आश्वासन दिया।
देर रात शाह पहुंचे नाथद्वारा
भीलवाड़ा जिले की सीमा पर स्थित टपरिया खेड़ी चौराहा पर कार्यकर्ताओं ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का गर्मजोशी से स्वागत किया। इस दौरान उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी, भाजपा जिलाध्यक्ष भंवरलाल शर्मा सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी उपस्थित थे। बाद में उनका काफिला नाथद्वारा पहुंचा, जहां शाह का स्वागत किया गया। न्यू कॉटेज में उन्होंने रात्रि विश्राम किया। सुबह श्रीनाथजी की मंगला आरती के दर्शन के बाद नागौर रवाना होंगे।
उदयपुर में तीन बड़े सम्मेलन के मायने

1. जनजाति सम्मेलन
– इस सम्मेलन के मार्फत जनजाति वोटों पर सेंध लगाने का प्रयास होगा। संभाग में 28 में से 16 सीटें आदिवासी बहुल है। यहां फतह स्कूल में संभाग भर के पोलिंग बूथ कार्यकर्ताओं व अन्य पदाधिकारियों को बुलाया गया है। अनुमानत: इसमें 20 हजार कार्यकर्ता शामिल होंगे।
2. शक्ति केन्द्र सम्मेलन
– पांच बूथों पर एक शक्ति केन्द्र बनाया गया है। इस सम्मेलन में शक्ति केन्द्र संयोजक व इससे जुड़ेे वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल होंगे। मुख्य एजेंडा बूथ मजबूत करना है। यानी कार्यकर्ताओं को यह कहा जाएगा कि आपको अमुक-अमुक बूथ ही देखने हैं, मतदान तक संबंधित कार्यकर्ता का उन बूथों पर ही फोकस रहेगा।
3. आईटी सेल सम्मेलन
– जोधपुर में जहां प्रबुद्धजनों के साथ अमित शाह मिले थे लेकिन उदयपुर में आईटी सम्मेलन रखा गया है। इसमें करीब 3000 युवाओं को आमंत्रित किया गया है, जिन्हें अब आगामी समय में सोशियल मीडिया को लेकर बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है। सोशियल मीडिया में पोस्ट डालने के मंत्र भी शाह देंगे।

जयपुर में 11 सितम्बर को यह बोले थे शाह
– राजस्थान में भाजपा अंगद का पांव,कोई उखाड़ नहीं सकता।

– कांग्रेस में किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा, यह भी जनता को नहीं बताया जा रहा।
– आगामी विधानसभा चुनाव ट्रेलर है, वर्ष 2019 का चुनाव फिल्म होगी।
– महागठबंधन ढकोसला है। एक-एक साल के ये 21 बच्चे मोदी के सामने क्या टिक पाएंगे

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