कट फ्लॉवर की दिनों दिन मांग बढ़ रही है, वहीं बुके के रूप में भी इसकी बिक्री होती है। उदयपुर Udaipur में इसकी खेती पहली बार की गई है। एक से डेढ़ फीट की डंडी वाले कट फूलों को अजमेर और जयपुर में मंडी में बेचा जा रहा है। इन पौधों से हर दूसरे दिन 700-800 फूल उतर रहे हैं जिनसे उसे 3-4 हजार रुपए की कमाई हो रही है। आगामी दिनों में इन फूलों से 5-6 हजार रुपए तक की आय अर्जित होगी।
कृषि अधिकारी उद्यान देवेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि मेवाड़ mewad में डच रोज की खेती पहली बार की गई है। इसके पौधों पर बारह महीने फूल लगेंगे। ये पौधे 90 दिन में तैयार हुए हैं। पॉली हाउस निर्माण पर करीब 34 लाख रुपए की लागत आई है। इसमें से विभाग ने 23 लाख 68 हजार रुपए का अनुदान दिया है। यह खेती पांच साल तक चलेगी। एक वर्ष के बाद किसान को रोजाना इन पौधों से साढ़े तीन हजार फूल मिलेंगे और प्रति फूल की बाजार में दर 5 रुपए है। ऐसे में वह एक साल में 24 लाख रुपए की कमाई आसानी से करेगा।
कृषि अधिकारी के अनुसार पौधे को 28 डिग्री का तापमान मिले तो एक पौधे पर साल में 35 फूल खिल जाते हैं अन्यथा इसमें गिरावट आ जाती है। गर्मी में 25 फूल खिलने की संभावना रहती है।