scriptमेवाड़ की पथरीली जमीन पर महक रहे पूणे व गोवा में होने वाले डच रोज | Dutch Rose-farming-flower farming- rose flower-udaipur news | Patrika News

मेवाड़ की पथरीली जमीन पर महक रहे पूणे व गोवा में होने वाले डच रोज

locationउदयपुरPublished: Jun 28, 2019 04:38:09 pm

Submitted by:

Bhagwati Teli

मेवाड़ की पथरीली जमीन में लाल, पीला और सफेद रंग के डच रोज Dutch rose महक रहा है। अमूमन इस किस्म के गुलाबों की खेती पूणे व गोवा में बहुतायत में होती है लेकिन इनकी खेती अब यहां एक किसान farmer ने संभव कर दिखाई है। स्वागत-सत्कार, शादी समारोह, दफ्तरों की साज-सजावट में कट फ्लॉवर के बढ़ते प्रचलन से प्रोत्साहित होकर किसान दीपक भालावत ने सगतड़ा में इन गुलाबों को उगा दिया है। वैसे तो यहां गुलाब rose flower की कई किस्में पाई जाती हैं लेकिन पॉली हाउस में पहली बार डच रोज की खेती हो रही है। भालावत ने दो हेक्टेयर में पॉली हाउस लगाया है और फरवरी में करीब 35 हजार पौधे लगाए हैं। अब इन पर गुलाब खिलने लग गए हैं। ये पौधे पूणे की

 

नर्सरी से खरीद गए थे।

उदयपुर . मेवाड़ की पथरीली जमीन में लाल, पीला और सफेद रंग के डच रोज Dutch Rose महक रहा है। अमूमन इस किस्म के गुलाबों की खेती पूणे व गोवा में बहुतायत में होती है लेकिन इनकी खेती अब यहां एक किसान ने संभव कर दिखाई है। स्वागत-सत्कार, शादी समारोह, दफ्तरों की साज-सजावट में कट फ्लॉवर के बढ़ते प्रचलन से प्रोत्साहित होकर किसान दीपक भालावत ने सगतड़ा में इन गुलाबों को उगा दिया है। वैसे तो यहां गुलाब rose की कई किस्में पाई जाती हैं लेकिन पॉली हाउस में पहली बार डच रोज की खेती हो रही है। भालावत ने दो हेक्टेयर में पॉली हाउस लगाया है और फरवरी में करीब 35 हजार पौधे लगाए हैं। अब इन पर गुलाब खिलने लग गए हैं। ये पौधे पूणे की नर्सरी से खरीद गए थे।
कट फ्लॉवर की मांग बढ़ी
कट फ्लॉवर की दिनों दिन मांग बढ़ रही है, वहीं बुके के रूप में भी इसकी बिक्री होती है। उदयपुर Udaipur में इसकी खेती पहली बार की गई है। एक से डेढ़ फीट की डंडी वाले कट फूलों को अजमेर और जयपुर में मंडी में बेचा जा रहा है। इन पौधों से हर दूसरे दिन 700-800 फूल उतर रहे हैं जिनसे उसे 3-4 हजार रुपए की कमाई हो रही है। आगामी दिनों में इन फूलों से 5-6 हजार रुपए तक की आय अर्जित होगी।

कृषि अधिकारी उद्यान देवेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि मेवाड़ mewad में डच रोज की खेती पहली बार की गई है। इसके पौधों पर बारह महीने फूल लगेंगे। ये पौधे 90 दिन में तैयार हुए हैं। पॉली हाउस निर्माण पर करीब 34 लाख रुपए की लागत आई है। इसमें से विभाग ने 23 लाख 68 हजार रुपए का अनुदान दिया है। यह खेती पांच साल तक चलेगी। एक वर्ष के बाद किसान को रोजाना इन पौधों से साढ़े तीन हजार फूल मिलेंगे और प्रति फूल की बाजार में दर 5 रुपए है। ऐसे में वह एक साल में 24 लाख रुपए की कमाई आसानी से करेगा।
एक पौधे पर लगेंगे 35 फूल
कृषि अधिकारी के अनुसार पौधे को 28 डिग्री का तापमान मिले तो एक पौधे पर साल में 35 फूल खिल जाते हैं अन्यथा इसमें गिरावट आ जाती है। गर्मी में 25 फूल खिलने की संभावना रहती है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो