परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार विभाग में पांच हजार तक के काम की रसीद कार्यालय में ही दी जा रही है, लेकिन इससे ऊपर का सारा काम ई-ग्रास सॉफ्टवेयर के जरिए ही होता है, जो पिछले तीन दिन से बंद पड़ा है। जयपुर मुख्यालय से इसके अपडेट होने की जानकारी मिल रही है, लेकिन कब तक यह सुचारू हो पाएगा इसका अब तक पता नहीं चला। इस सॉफ्टवेयर के नहीं चलने पर विभाग कार्यालय में आने वाले वाहन मालिकों के टैक्स से लेकर समस्त राशि जमा होकर बैंक में जा रही है, लेकिन संबंधित को रसीद प्राप्त नहीं हो पा रही है। रसीद के अभाव में वाहन मालिकों को दिक्कत हो रही है। वाहन मालिकों का कहना है कि रसीद के अभाव में विभाग का ही उडऩदस्ता जबरन धरपकड़ करते हुए चालान काट रहा है।
बस संचालकों को सर्वाधिक परेशानी
बस संचालकों का कहना है त्योहारी सीजन में छुट्टियां होने से यात्रीभार होने के बावजूद वे बसोंं को बाहर नहीं ले जा पा रहे हैैं। विभाग में उन्होंने टैक्स जमा करवा दिया, राशि बैंक में जमा होकर मोबाइल पर ओटीपी मैसेज भी आ गया, लेकिन रसीद नहीं होने से चालान के भय से वे बस नहीं चला रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सर्वाधिक बस संचालकों का ही प्रतिमाह टैक्स जमा होता है। ट्रैवल्स बस संचालक तो अमूमन 7 तारीख तक जमा करवा देते हैं, लेकिन ट्यूरिस्ट व सिटी परमिट की बसों का टैक्स जमा होता रहता है। इसके अलावा माल वाहक वाहनों के टैक्स की भी यहीं स्थिति है।
बस संचालकों का कहना है त्योहारी सीजन में छुट्टियां होने से यात्रीभार होने के बावजूद वे बसोंं को बाहर नहीं ले जा पा रहे हैैं। विभाग में उन्होंने टैक्स जमा करवा दिया, राशि बैंक में जमा होकर मोबाइल पर ओटीपी मैसेज भी आ गया, लेकिन रसीद नहीं होने से चालान के भय से वे बस नहीं चला रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि सर्वाधिक बस संचालकों का ही प्रतिमाह टैक्स जमा होता है। ट्रैवल्स बस संचालक तो अमूमन 7 तारीख तक जमा करवा देते हैं, लेकिन ट्यूरिस्ट व सिटी परमिट की बसों का टैक्स जमा होता रहता है। इसके अलावा माल वाहक वाहनों के टैक्स की भी यहीं स्थिति है।
अपडेट की वजह से बंद
ई-ग्रास सॉफ्टवेयर अपडेट की वजह से बंद है। राशि जमा हो रही है, लेकिन रसीद नहीं दे पा रहे हैं। डॉ. कल्पना शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी
ई-ग्रास सॉफ्टवेयर अपडेट की वजह से बंद है। राशि जमा हो रही है, लेकिन रसीद नहीं दे पा रहे हैं। डॉ. कल्पना शर्मा, जिला परिवहन अधिकारी