केन्द्र व राज्य सरकार भी इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर आमजन को सुविधाएं देने के लिए जगह-जगह चार्जिंग स्टेशन लगाने के लिए जोर दे रही है। उदयपुर में इलेक्ट्रिक वाहनों का आंकड़ा एक हजार को पार करने वाला है लेकिन एक भी चार्जिंग स्टेशन अभी शहर में नहीं है। पिछले दिनों शहर में हुए एक आयोजन में एक इलेक्ट्रिक चारपहिया वाहन की बैटरी डिस्चार्ज हो गई। वाहन को किनारे खडा़ करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था। चार्जिंग स्टेशन के लिए यूआइटी ने राजस्थान इलेक्ट्रोनिक्स एण्ड इंस्ट्रूमेंट्स लिमिटेड (रिल) से अनुबंध भी किया है।
अभी घरों पर ही चार्ज कर रहे वाहन इस समय जिन लोगों के पास इलेक्ट्रिक वाहन है वे घर से ही अपने वाहन को चार्ज कर रहे है। लोगों का कहना है कि घर से निकलने के बाद कोई समस्या आती है तब परेशानी होती है। सबसे ज्यादा दिक्कत चार पहिया वाहन व ई रिक्शा वालों को होती है। इसके अलावा बाहर से आने वाले इलेक्ट्रिक वाहन चालक भी आए दिन पेट्रोल पंप चार्जिंग स्टेशन को लेकर पूछताछ करते रहते हैं।
अभी 881 इलेक्ट्रिक वाहन सड़कों पर 881 इलेक्ट्रिक वाहन पंजीकृत 620 दुपहिया वाहन 122 तीन पहिला ई.रिक्शा 94 तीन पहिया इ-कार्ट 45 एलएमवी लाइट मोटर व्हीकल(आरटीओ के अनुसार) प्रस्तावित चार्जिंग स्टेशन एक नजर में
37 चार्जिंग प्वाइंट शहर में स्थापित करेंगे 13 स्थान पर नगर निगम तैयार करेगी 20 चॉर्जिंग स्टेशन यूआइटी 14 स्थानों पर तैयार करेगी 6 यूआइटी के स्थानों पर डबल चार्जिंग प्वाइंट लगेंगे1 स्लो चार्जिंग व 1 फॉस्ट चार्जिंग होगा
पहला स्टेशन अजमेर में खुला था राजस्थान का पहला इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन अजमेर के पालरा इंडस्ट्रियल क्षेत्र में स्थापित किया गया था। 50 किलोवाट डीसी सुपरफास्ट चार्जर से युक्त स्टेशन पर किसी भी इलेक्ट्रिक वाहन को 35 से 50 मिनट के अंदर पूरा चार्ज कर सकते हैं।