scriptभ्रटाचार के तार पर दौड़ती गड़बड़ी की बिजली | Electricity of running disturbances on the wire of corruption | Patrika News

भ्रटाचार के तार पर दौड़ती गड़बड़ी की बिजली

locationउदयपुरPublished: Feb 23, 2019 10:45:20 am

Submitted by:

Bhuvnesh

.बिजली का बिल ज्यादा आए तो मीटर फेकेंगे…आप पैसे तैयार र ाो
– झाड़ोल के ओड़ा पंचायत क्षेत्र का मामला

झाड़ोल के ओड़ा पंचायत क्षेत्र का मामला

झाड़ोल के ओड़ा पंचायत क्षेत्र का मामला

पत्रिका-स्टिंग

भुवनेश पंड्या
उदयपुर . यदि आपका बिजली का बिल ज्यादा आए तो आपको इससे बचने के लिए केवल एक फोन घनघनाना है लाइनमैन को। वो आएगा और आपका मीटर ाराब बताकर उ ााड़ ले जाएगा, इसके लिए बस आपको लाइनमैन की जेब गर्म करनी होगी।
लूट ासोट का यह ाुला ोल चल रहा है झाड़ोल क्षेत्र के ओड़ा ग्राम पंचायत में। किसी का बिल ज्यादा आता है तो लोगों का फंडा है कि तत्काल लाइनमैन को फोन लगा अपना मीटर ाराब होने के नाम पर उ ाड़वा दो। कुछ राशि उसकी जेब में र ा दो नया मीटर लग जाएगा। पत्रिका की पड़ताल में सामने आया मीटर का गड़बड़झाला।
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यों चल रहा है ाुला ोल

डाकनवली (ओड़ा) गांव में दो लाइनमैन काम कर रहे हैं। केसरसिंह और कमलेश। ये ाुलेआम लोगों के घरों से मीटर ाराब बताकर गांव के ही एक मकान के बाहरी हिस्से में फेंक देते हैं। पत्रिका की टीम जब इस गांव में पहुंची तो वहां कई मीटर वहां पडे़ मिले। पर्वतसिंह के घर के बाहरी हिस्से में ये मीटर फेंक गए हैं। सिंह ने बताया कि काफी समय से ये मीटर यहां पडे़ हैं। कई बार कहा है लेकिन लाइनमैन उठा नहीं रहे। पर्वतसिंह ने कहा कि उनके गांव में अ ाी केसरसिंह और त तसिंह लाइनमैंन हैं।
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एक ने सच बोला तो दूसरे ने उगला सफेद झूठ
पत्रिका ने जब लाइनमैन केसरसिंह से फोन पर बात की तो उसने बताया कि कुछ समय पूर्व उसके साथ काम करने वाले लाइनमैन कमलेश ने लोगों से तीन-साढे़ तीन रुपए लिए थे, लेकिन वे पैसे संबंधितों को वापस कर दिए। जो मीटर ाराब थे उन्हें लेकर यहां र ाा है। कुछ दिनों के बाद जैसे ही गाड़ी आएगी, हम स ाी को गाड़ी में ोज देंगे।
– लाइनमैन कमलेश ने बताया कि यहां पर बिजली का काम चल रहा था, उस समय कुछ प्राइवेट लोग गांव में काम के लिए आए थे। एईएन साहब ने उन्हें ोजा था मदद के लिए। जो पैसे लिए थे, उन्हें लौटा दिया गया था। मेरा उस राशि से कोई लेना-देना नहीं है।
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ये है नियम
नियमानुसार गारन्टी पीरियड में जो मीटर है, उन्हें कंपनी से तत्काल बदलवाया जाता है। इसके बाद मीटर को स्क्रेप के रूप में स्टोर में जमा करवाया जाता है। किसी ाी मीटर को कबाड़ में फेंक नहीं सकते। यदि कोई मामला है, तो उसे दि ावाएंगे।
गिरीशकुमार पारी ा, अधीक्षण अ िायन्ता उदयपुर

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