scriptअब तक ऑक्सीजन नहीं मिली इमरजेंसी वार्ड को | Emergency ward not found oxygen yet | Patrika News

अब तक ऑक्सीजन नहीं मिली इमरजेंसी वार्ड को

locationउदयपुरPublished: Mar 08, 2019 11:39:19 am

Submitted by:

Bhuvnesh

महाराणा भूपाल हॉस्पिटल
 

महाराणा भूपाल हॉस्पिटल

महाराणा भूपाल हॉस्पिटल

भुवनेश पण्ड्या

उदयपुर. महाराणा भूपाल हॉस्पिटल के इमरजेंसी मेडिसिन वार्ड को अब तक ऑक्सीजन नसीब नहीं हुई है। इसे सेन्ट्रल ऑक्सीजन यूनिट से जोड़ा जाना था, लेकिन अब तक ये नहीं हो पाया। हाल ये है कि इस यूनिट में जो भी मरीज भर्ती होता है, उसके परिजनों को या किसी स्टाफकर्मी को ऑक्सीजन सेन्टर से सिलेंडर खींच कर लाने पड़ते हैं। इसे लेकर चिकित्सालय प्रशासन एक ही रट लगाए हैं…प्रक्रिया जारी है।
——

नाम इमरजेंसी मेडिसिन हालात बदतर

इस वार्ड का नाम इमरजेंसी मेडिसिन वार्ड है, लेकिन इसके हालात बेहतर नहीं है। वार्ड में अपेक्षाकृत सफाई कम है। यहां इमरजेंसी के नाम पर सामान्य उपकरण उपलब्ध है, जबकि इमरजेंसी वार्ड में प्रत्येक बिस्तर पर सीधे ऑक्सीजन की सुविधा होनी चाहिए। न्यूनतम पांच मरीजों के समीप पलंग पर वेंटीलेटर व सक्शन मशीन की सुविधा होनी चाहिए, लेकिन यहां एेसा कुछ नहीं।
—–

ये भी कमी है

– दीवारों पर सीलन

– नाम इमरजेंसी वार्ड है, लेकिन इस १०१ नम्बर के कक्ष के दो एेसे दरवाजे जो सीधे बाहर से आने वाले मरीजों और परिजनों की पहुंच में हैं, उन्हें बंद कर रखा है, यहीं नहीं यदि किसी को इमरजेंसी के तौर पर यहां लाना पडे़ तो खुले हुए दरवाजे से जुडे़ बरामदें में मरीजों के परिजन बिस्तर बिछाए पडे़ रहते हैं, उन्हें हटाने वाला कोई नहीं। एेसे में यदि स्ट्रेचर लेकर कोई वहां पहुंचता भी है तो उसे बड़ी समस्या से गुजरना पड़ सकता है।
– ना पर्दे- न चादरे बेहतर: वार्ड में पर्दे उपलब्ध नहीं है, तो ना ही यहां पर बिस्तरों पर बिछाई गई चादरे अच्छी स्थिति में है। मेडिसिन वार्ड में भर्ती होने वाला मरीज कई बार कम दवाओं से भी ठीक हो सकता है, जरूरत है यहां का माहौल भी खुशनुमा हो।
—–

आरएमआरएस की बैठक में मिले २६.५० लाख

मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक में निर्णय होना बताया जा रहा है, जिसमें बाल चिकित्सालय की विभिन्न एनआईसीयू वार्ड, इमरजेंसी यूनिट, इमरजेंसी मेडिसिन वार्ड, मेडिसिन वार्ड १५ सीडी, ऑर्थोपेडिक पोस्ट ऑपरेटिव रिकवरी रूम में सेन्ट्रल ऑक्सीजन सिस्टम और कम्प्रेस्ड गैस लाइन पाइन्ट लगाए जाएंगे। इसके लिए २६.५० लाख रुपए जारी किए गए हैं।
——

जल्द ही टेंडर जारी कर काम शुरू करेंगे

जल्द ही इसे लेकर हम टेंडर जारी कर काम शुरू करेंगे, इसे लेकर आरएमआरएस ने राशि जारी कर दी है। प्रयास ये है कि मरीजों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं उठानी पडे़।
डॉ. लाखन पोसवाल, अधीक्षक महाराणा भूपाल हॉस्पिटल उदयपुर

ट्रेंडिंग वीडियो