परसाद . आशावाणिया क्षेत्र में बना देवेन्द्र एनिकट लबालब हो गया और करीब 3 फीट की चादर चलने लगी। एनिकट की सुरंग के गेट समय पर नहीं खोले जाने से निचले इलाके जलमग्न हो गए। क्षेत्र का दौर करने पहुंचे तहसीलदार ने गेट खुलवाए तो पानी उतरा।
एनिकट के निचले क्षेत्र में खरबर को जोडऩे वाली पुलिया बन रही है। पुलिया पर पानी का वेग जांचने के लिए एनिकट के गेट बन्द किए गए। ऐसे में एनिकट का पानी ओवर फ्लो होकर परसाद-आशावाणिया मुख्य सड़क पर 5 फीट पानी भर गया। ग्रामीणों ने गेट खुलवाने की मांग की। मौके पर परसाद सरपंच प्रतिनिधि शिवलाल, धनराज मीणा, पटवारी ललित पटेल, आरआई शांतिलाल टेलर, सराड़ा तहसीलदार डायालाल डामोर मौजूद रहे। तहसीलदार ने जलसंसाधन विभाग के एइएन धर्मेन्द्र चौबीसा को मौके पर बुलाकर एनिकट के गेट खुलवाए।
एनिकट के निचले क्षेत्र में खरबर को जोडऩे वाली पुलिया बन रही है। पुलिया पर पानी का वेग जांचने के लिए एनिकट के गेट बन्द किए गए। ऐसे में एनिकट का पानी ओवर फ्लो होकर परसाद-आशावाणिया मुख्य सड़क पर 5 फीट पानी भर गया। ग्रामीणों ने गेट खुलवाने की मांग की। मौके पर परसाद सरपंच प्रतिनिधि शिवलाल, धनराज मीणा, पटवारी ललित पटेल, आरआई शांतिलाल टेलर, सराड़ा तहसीलदार डायालाल डामोर मौजूद रहे। तहसीलदार ने जलसंसाधन विभाग के एइएन धर्मेन्द्र चौबीसा को मौके पर बुलाकर एनिकट के गेट खुलवाए।
नदियों में आवक, छलके एनिकट मेवल क्षेत्र में सोमवार का दिन सूखा बीता, लेकिन गोमती, झामरी, सिरोली, रूपारेल, मकराड़ी नदियों में पानी की आवक बनी रही। नदियों का पानी जयसमंद में पहुंचने से जल स्तर में बढ़ोतरी हुई है। मौसम खुलने से किसान आड़ी पड़ी फसलों की सार संभाल में जुटे रहे। पानी की आवक के चलते कुराबड़ के खारवा क्षेत्र में बने छोटे-बड़े एनिकट छलक गए।
मकान ढहा, बाल-बाल बचा परिवार बोरदा गांव में बारिश के दौरान एक टीन शेड मकान धराशायी हो गया। गनीमत रही कि जनहानि नहीं हुई। बोरदा निवासी लालीया पुत्र हीरिया मीणा परिवार सहीत घर में था। टीन शेड में हलचल होने पर परिवार बाहर निकल गया। अचानक एक दीवार ढह गई। सरपंच हरिशचन्द्र मीणा मौके पर पहुंचे। सूचना पटवारी को देकर स्थिति बताई। इधर, क्षेत्र में बीते दिनों तेज बारिश से खेतों में मक्का की फसल आड़ी पड़ गई। मौसम खुलने पर किसान फसलों की सार संभाल में जुटे दिखे।
चौकसी के निर्देश दिए एनिकट पर सुरंग के गेट बंद होने से समस्या हुई थी, लेकिन तुरन्त ही गेट खुलवा दिए। बहाव कम होते ही आशावाणिया का रास्ता सुगम हो जाएगा। जलसंसाधन विभाग के दो कर्मचारियों को एनिकट पर चौकसी के लिए नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं।
डायालाल डामोर, तहसीलदार, सराड़ा
डायालाल डामोर, तहसीलदार, सराड़ा