वायुमंडल में जहर घोल रहे हैं उद्योग : पर्यावरणविदों के अनुसार औद्योगिकीकरण से वायुमंडल में जहरीली गैसें तेजी से बढ़ रही हैं। औद्योगिकरण के बाद वायुमंडल में कार्बन डाई ऑक्साइड में 107 पीपीएम, मिथेन में 1045 पीपीबी, नाइट्रास ऑक्साइड में 44 पीपीबी और क्लोरो फ्लोरो कार्बन में 533 पीपीटी की वृद्धि हुई है। इसी प्रकार गैसों का उत्सर्जन बढ़ता रहा तो 2030 तक औसत तापमान 3.4 डिग्री बढ़ जाएगा। यह तापमान वृद्धि मानव जीवन के कई प्रकार की परेशानियां लेकर आएगा।
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कड़ी निगरानी जरूरी : बढ़ते प्राकृतिक असुंतलन को रोकने के लिए अब पर्यावरण नियमों की सख्ती से अक्षरश: पालना कराने की आवश्यकता है। इसके लिए उद्योगों की कड़ी निगरानी होनी चाहिए।
कड़ी निगरानी जरूरी : बढ़ते प्राकृतिक असुंतलन को रोकने के लिए अब पर्यावरण नियमों की सख्ती से अक्षरश: पालना कराने की आवश्यकता है। इसके लिए उद्योगों की कड़ी निगरानी होनी चाहिए।
उदयपुर में पर्यावरण की व्यवस्थित मॉनिटरिंग कर पूरा ध्यान रखा जा रहा है। समय-समय पर उद्योगों की जांच करते हैं। पर्यावरण के संदर्भ में किसी भी प्रकार की शिकायत मिलने पर तुरंत कार्रवाई की जाती है। पर्यावरण की सुरक्षा सिर्फ किसी विभाग का ही नहीं, प्रत्येक व्यक्ति का प्रमुख दायित्व है।
डॉ. बीआर. पंवार, क्षेत्रीय अधिकारी, पर्यावरण प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड