उदयपुरPublished: Sep 20, 2023 07:03:06 pm
Madhusudan Sharma
जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल ने बुधवार को उदयपुर शहर के आसपास स्थित वन उद्यानों का सघन निरीक्षण कर पर्यावरण संरक्षण तथा इको ट्यूरिज्म गतिविधियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
उदयपुर. जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल ने बुधवार को उदयपुर शहर के आसपास स्थित वन उद्यानों का सघन निरीक्षण कर पर्यावरण संरक्षण तथा इको ट्यूरिज्म गतिविधियों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।
जिला कलक्टर पोसवाल बुधवार सुबह वन विभाग के अधिकारियों के साथ चिरवा घाटा फूलों की घाटी स्थित महात्मा गांधी नगर वन उद्यान पहुंचे। उद्यान परिसर का अवलोकन कर वहां के पर्यावरणीय महत्व और संचालित गतिविधियों की जानकारी ली। उप वन संरक्षक अजय चित्तौड़ा ने अवगत कराया कि वन सुरक्षा समिति के माध्यम से एडवेंचरल एक्टिविटी का संचालन किया जा रहा है। वर्ष 2018 से यहां जिप लाइन संचालित हैं। विभागीय अधिकारियों ने अवगत कराया कि इन गतिविधियों को विस्तार देते हुए स्कॉय साइकलिंग आदि शुरू किया जाना प्रस्तावित है। जिला कलक्टर ने अंबेरी स्थित मेवाड़ बायोडायोसिटी पार्क का भी अवलोकन किया। यहां विकसित किए जा रहे बटरफ्लाई जोन का जायजा लिया। अधिकारियों ने बताया कि पार्क में लेंटाना हटाने तथा बच्चों के लिए कुछ और झुले आदि लगवाने की दरकार है। इसके पश्चात जिला कलक्टर पुरोहितों का तालाब पहुंचे। वहां भी उन्होंने तालाब तथा आसपास के पर्यावरणीय महत्व की जानकारी ली। जिला कलक्टर ने माछला मगरा में हाल ही राज्य सरकार की बजट घोषणा के तहत विकसित की गई लव कुश वाटिका का भी निरीक्षण किया। अधिकारियों ने वहां बनाए गए लक्ष्मण झुला, बच्चों के लिए एडवेंचरल एक्टिविटी जोन, ट्रेकिंग पाथ आदि के बारे में जानकारी दी।
निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर पोसवाल ने उन्होंने वन विभाग की ओर से विकसित और संरक्षित स्थलों की सराहना करते हुए कहा कि उदयपुर की मुख्य विशेषता ही यहां का प्राकृतिक वातावरण व झीलें हैं। पर्यावरण के संरक्षण के साथ-साथ इको ट्यूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए सामूहिक प्रयास होने चाहिए। इस दौरान उप वन संरक्षक सुगनाराम जाट सहित विभागीय अधिकारी व कार्मिक उपस्थित रहे।