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कोरोना भी नहीं निपटा पाया ‘क्राइम डायरी’, वायरस नहीं उखाड़ सका अपराधियों के पन्ने

locationउदयपुरPublished: May 26, 2020 09:06:30 am

Submitted by:

bhuvanesh pandya

– प्रदेश में अपराध होते रहे – जनवरी से अप्रेल तक का आकलन

कोरोना भी नहीं निपटा पाया ‘क्राइम डायरी’, वायरस नहीं उखाड़ सका अपराधियों के पन्ने

कोरोना भी नहीं निपटा पाया ‘क्राइम डायरी’, वायरस नहीं उखाड़ सका अपराधियों के पन्ने

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. एक और पूरी दुनिया कोरोना की कैद में हैं, वहीं अपराधियों पर कोरोना की काली छाया का कोई असर नहीं है। हल्के-फुल्के लॉक डाउन डर को छोड़ दे तो अपराध पर ये वायरस उतना असर नहीं दिखा पाया जितना होना चाहिए, यानी ये कहा जा सकता है कि कोरोना वायरस अपराधों को संक्रमित करने में कामयाब नहीं हो पाया। जनवरी में जरूर पिछले वर्षों की जनवरी के मुकाबले अपराध कम दर्ज हुए, लेकिन बहुत ज्यादा असर नहीं दिखा, यहां हत्या, चोरी और डकैती सहित दूसरे अपराध भी होते रहे। लॉक डाउन से ठीक पहले फरवरी में यानी जब भारत में कोरोना का हल्का असर दिखने लगा था, लेकिन लॉक डाउन नहीं लगाया गया था, उस समय उल्टे अपराधों में बढ़ोतरी हो गई थी, वहीं मार्च में भी अपराधों पर कोरोना वायरस का कोई लगाम नहीं लगा था, केवल अप्रेल एक मात्र ऐसा महीना रहा, जिसमें जरूर अपराधों में कमी दर्ज की गई है। इसका कारण कोरोना से ज्यादा लॉक डाउन को माना जात सकता है।
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– कोरोना वायरस ने जहां आमजन को घरों में कैद कर रख दिया हैं, वही अपराधियों पर वर्ष की शुरुआत के पिछले चार माह देखे तो अप्रेल को छोड़ जनवरी, फरवरी और मार्च में तो अपराध पर कोरोना का कोई असर नहीं दिखा।
– देश भर की गली-गली में जहां कोरोना का संक्रमण दौड़ रहा था, वहीं अपराधियों को संक्रमित होने तक का डर नहीं था। ऐसे में अपराध चलते रहे।

– बेखौफ अपराधी कोरोनाकाल में भी अपराधों को पहले की ही तरह अंजाम देते रहे, पुलिस महकमें के लिए और बड़ी चुनौती इसलिए हो गई क्योंकि कोरोना अपराधियों का कुछ नहीं बिगाड़ पाया तो उनका काम जरूर बढ़ गया क्योंकि एक और उन्हें कोरोना से निपटना था तो दूसरी ओर अपराधियों से।
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जनवरी: वर्ष 2018 के मुकाबले 20 में कुल 7.68 प्रतिशत अपराध बढ़े हैं, जबकि 2019 के मुकाबले 20 में 10.08 प्रतिशत कम हुए हैं।

इस जनवरी से पिछली दो जनवरी के हाल
अपराध – 2018-2019-2020

हत्या- 122- 117-87

हत्या का प्रयास- 116-137-126

डकैती- 2-11-6

लूट- 73-121-77

अपहरण- 474-594-515

बलात्कार-330-395-381

बलवा- 63-23-29

नकबजनी- 465-652-582

चोरी- 2573-3691-3006

अन्य भारतीय दंड संहिता- 10315-11663-10840
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कुल- 14533-17404-15649

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फरवरी: वर्ष 2018 से 2020 में 21.49 प्रतिशत अपराध ज्यादा दर्ज हुए, जबकि 2019 से 20 में 4.18 प्रतिशत अधिक अपराध दर्ज किए गए हैं।

इस फरवरी से पिछली दो फरवरी के हाल
अपराध – 2018-2019-2020

हत्या- 240-235-196

हत्या का प्रयास- 212-245-241

डकैती- 12-16-13

लूट- 156-214-204

अपहरण- 906-1132-1139

बलात्कार- 642-681-876

बलवा- 102-42-48

नकबजनी- 886-1218-1224

चोरी- 4937-6613-6096

अन्य भारतीय दंड संहिता- 19148-21371-23058
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कुल- 27241-31776-33095

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मार्च: वर्ष 2018 से 2020 में 16.35 प्रतिशत अपराध बढ़े जबकि 2019 से 20 में 2.02 प्रतिशत अपराध अधिक दर्ज किए गए।

इस मार्च से पिछली दो मार्च के हाल
अपराध – 2018-2019-2020

हत्या- 362-359-321

हत्या का प्रयास- 355-384-394

डकैती- 14-22-21

लूट- 225-336-285

अपहरण- 1397-1701-1617

बलात्कार- 966-1041-1230

बलवा- 132-82-65

नकबजनी- 1373-1652-1650

चोरी- 7300-9373-8303

अन्य भारतीय दंड संहिता- 29082-31930-33942
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कुल- 41106-46880-47828

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अप्रेल: वर्ष 2018 से 19 में 0.79 प्रतिशत अपराध ज्यादा हुए, जबकि 2019 से 2020 में 11.37 प्रतिशत अपराध कम हुए हैं।

इस अप्रेल से पिछली दो अप्रेल के हाल
अपराध – 2018-2019-2020

हत्या- 479-490-410

हत्या का प्रयास- 493-532-526

डकैती- 33-26-26

लूट- 305-420-316

अपहरण- 1929-2308-1781

बलात्कार- 1312-1509-1423

बलवा-210-101-79

नकबजनी- 1672-2094-1871

चोरी- 9624-12164-8862

अन्य भारतीय दंड संहिता- 39045-43022-40244
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कुल- 55102-62666-55538

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