scriptआरोपियों के बारे में यशवंत शर्मा की बेटी ने बताई ये राज की बात, महत्वपूर्ण सुराग लगे हाथ, जल्द होगी आरोपियों की गिरफ्तारी | excise officer yashwant sharma murder mystery udaipur | Patrika News

आरोपियों के बारे में यशवंत शर्मा की बेटी ने बताई ये राज की बात, महत्वपूर्ण सुराग लगे हाथ, जल्द होगी आरोपियों की गिरफ्तारी

locationउदयपुरPublished: Jun 29, 2018 12:31:37 pm

Submitted by:

Jyoti Jain

महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे है, शीघ्र ही वारदात का खुलासा कर दिया जाएगा।

excise officer yashwant sharma murder mystery udaipur

आधी रात को यशवंत शर्मा की बेटी ने इस तरह जुटाई मदद, आरोपियों के बारे में बताई ये राज की बात

उदयपुर . खून से लथपथ पिता की जान बचाने के लिए बेटी नेहा अंधेरे में सडक़ से गुजर रहे कई वाहन सवारों से हाथ जोडकऱ मदद की मिन्नतें करती रही लेकिन किसी का दिल नहीं पसीजा। बाद में एक कैब को रुकवाया, मदद मांगी तो उसने टाल दिया। हाथ जोडऩे पर परिजनों से बात करने के लिए मोबाइल जरूर दिया।
READ MORE: आबकारी अधिकारी यशवंत शर्मा हत्याकांड : इस तरह चला पूरा घटनाक्रम, मदद के लिए बेटी चिल्लाती रही मगर कोई नहीं आया आगे

मदद के लिए पति को जबलपुर किया फोन
नेहा ने कैब चालक के फोन से पहले मां को फोन किया, रिसीव नहीं होने पर जबलपुर पति नीरज को घटनाक्रम बताया, जिसने नेहा के भाई समीर व मौसा ससुर देवेन्द्र शर्मा को सूचना दी। कैब चालक के मोबाइल से 108 एम्बुलेंस को कॉल किया। 108 चालक बार-बार फोन कर लोकेशन पूछता रहा। इस बीच समीर एवं देवेन्द्र शर्मा कार लेकर पहुंच गए। वे यशवंत शर्मा को एमबी चिकित्सालय ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अस्पताल में शर्मा को मृत घोषित करने तक एम्बुलेंस घटना स्थल पर नहीं पहुंच पाई।
excise officer yashwant sharma murder mystery udaipur
महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे है, शीघ्र ही वारदात का खुलासा कर दिया जाएगा।
राजेन्द्र प्रसाद गोयल, पुलिस अधीक्षक

READ MORE: यशवंत शर्मा की बेटी ने पुलिस को बताई हत्या से जुड़ी ये खास बात लेकिन इस पर पुलिस का भी ठनका माथा
जानकार व नौसिखिए लग रहे आरोपी

-नेहा के अनुसार आरोपी संख्या में चार थे, उनकी उम्र 25 से 30 वर्ष थी।
-उदियापोल पर उन्होंने नाथद्वारा-कांकरोली बोला तो वे स्थानीय ही थे।
-आरोपियों ने सूरजपोल चौराहे घूमने की बजाए गलत साइड से ही रोड क्रॉस की।
-वे कार लेकर जिस मत्स्य विभाग के रास्ते उस रास्ते को अनजान कोई नहीं जानता है।
-लड़ाई-झगड़ा बढऩे पर बचाव के लिए चाकू से पैर पर किए वार।
-पेशेवर आरोपी या रंजिशवश वारदात के दौरान कोई पैर पर नहीं करता वार।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो