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घाटे की ‘रोशनी से लग रहे ‘महंगे करंट के झटके- लगातार बढ़ रही है बिजली की दरें

locationउदयपुरPublished: Jan 20, 2020 01:25:31 pm

Submitted by:

bhuvanesh pandya

– बिजली कंपनियां बता रही खुद को घाटे में

घाटे की 'रोशनी से लग रहे 'महंगे करंट के झटके- लगातार बढ़ रही है बिजली की दरें

घाटे की ‘रोशनी से लग रहे ‘महंगे करंट के झटके- लगातार बढ़ रही है बिजली की दरें

भुवनेश पण्ड्या

उदयपुर. प्रदेश में हर घर में घाटे की बिजली महंगा उजियारा कर रही है। एक ओर डिस्कॉम कंपनियां खुद को घाटे में बताते हुए हर बार बिजली के दाम बढ़ा रही है तो आमजन की जेब पर ‘करन्टÓ के झटके लग रहे हैं। हालात ये है कि सस्ती रोशनी के लिए तरसती जनता को न तो सरकार का सहारा मिल रहा है और न ही डिस्कॉम का। दूसरी ओर सरकार डिस्कॉम को सहायता के नाम पर करोड़ों रुपए की मदद देती रही।
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ये है डिस्कॉम के हाल (31 मार्च 19 तक, राशि करोड़ों में)डिस्कॉम- संचित घाटाजयपुर- 31060.49अजमेर- 29018.55जोधपुर- 29774.77

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-सरकार को परवाह डिस्कॉम की विद्युत वितरण निगमों को घाटे से उबारने के लिए केन्द्र के ऊर्जा मंत्रालय ने 20 नवम्बर 2015 को उदय योजना शुरू की। इसमें विद्युत वितरण निगमों के 30 सितम्बर, 2015 तक बकाया ऋ णों में से 75 प्रतिशत ऋ णों का 50 प्रतिशत, वर्ष 2015-16 व 2016-17 में 25 प्रतिशत राज्य सरकार की ओर से अधिगृहित किए गए। इसका उद्देश्य विद्युत वितरण निगमों की स्थिति बेहतर करना था। घाटे को कम करने के लिए वृद्धि, डीटी मीटरिंग, फ ीडर मीटरिंग, एनर्जी ऑडिट, फ ीडर सुधार कार्यक्रम, एएमआर मीटरिंग लगाने के प्रयास किए जा रहें हैं। विद्युत आपूर्ति के खर्चे एवं राजस्व के अन्तर को कम करने के लिए निगम द्वारा विद्युत छीजत में कमी लाने, राजस्व में वृद्धि करने तथा संचालन कार्य कुशलता में सुधार कर घाटे में कमी के प्रयास की दलील दी जा रही हैं। सतर्कता जांच की ओर से विद्युत चोरी रोकने के लिए थानों की स्थापना की गई है। विद्युत चोरी को रोकने के लिए पुशफि ट मीटर व एबी केबल लगाने एवं सतर्कता जांच में तेजी कर चोरी करने वालो पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए एफ आईआर दर्ज करने, खराब विद्युत मीटरों का समय पर प्रतिस्थापन कर औसत बिलिंग में कमी व मीटर रीडिंग का क्रॉस वेरीफि केशन, उच्च उपभोग वाले उपभोक्ताओं की मीटर रीडिंग, एमएफ की जांच की कवायद की जा रही है।—-ऐसे बदलती रही बिजली दरआरईआरसी की ओर से 9 अक्टूबर, 2017 को जारी आदेश की पालना के लिए 3 अक्टूबर, 18 को घरेलू उपभोक्ताओं को सोलर पावर प्लांट के जरिये निर्मित बिजली 3.93 रुपए प्रति यूनिट निर्धारित की गई, जबकि विद्युत विनियामक आयोग ने मार्च 2019 में 3.14 रुपए प्रति यूनिट कर दिए। इससे पहले 1 जनवरी, 2009 से 5 अक्टूबर 2013 तक विद्युत दरें 3 बार सितम्बर, 2011, अगस्त 2012 एवं जून 2013 में बढ़ाई गई। वहीं 1 जनवरी, 2014 से 5 अक्टूबर 2018 तक विद्युत दरें 2 बार फरवरी, 2015 एवं सितम्बर 2016 में बढ़ाई गई। 2005 से 2011 के बीच 23.50 प्रतिशत, 2012 में 18.50 प्रतिशत, 2013 में 14 प्रतिशत, 2015 में 16.89 और इसके बाद 9.60 प्रतिशत दरें बढ़ाई गई।
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सरकार डिस्कॉम को देती रही मदद के हाथ – राशि करोड़ों मेंडिस्कॉम- 2014-15/ 15-16/16-17/17-18/18-19जयपुर डिस्कॉम – 3956.15/18395.16/10311.04/9005.86/8255.52अजमेर डिस्कॉम -3742.14/17834.70/9138.24/3070.76जोधपुर डिस्कॉम- 4626.15/18271.73/11101.59/9362.04

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