पुलिस को हिन्द पराठा सेन्टर नामक ठेला लगाने वाले दो जनों के पास बड़ी मात्रा में नकली भारतीय मुद्रा होने की सूचना मिली थी। उपनिरीक्षक मगनलाल पहुंचे और वहां खड़े दोनों आरोपियों को पकड़ा। आरोपी सद्दाम खान पुत्र रफीक खान और दूसरा आमीन उर्फ सोनू पुत्र नसीम खान है।
दोनों ही सेन्टर जेल के पास कोटड़ा छावनी के मूल निवासी हैं और वर्तमान में लालमगरी, अहमद हुसैन कॉलोनी में रह रहे हैं। दोनों को नोट देने वाले मुख्य आरोपी को पुलिस ने नामजद किया है, वह भी कोटड़ा का ही निवासी वसीम नामक युवक बताया जा रहा है।
चौंक गई पुलिस टीम, हू-ब-हू दिखते हैं नोट
आरोपियों के नाश्ता सेंटर चलाने पर पुलिस टीम ने मामूली संख्या में नोट होने का अंदाजा लगाया था, लेकिन जांच में 6 लाख के नकली नोट पाकर पुलिस टीम भी चौंक गई। पुलिस को मिले नकली नोट असली नोट से काफी मिलते जुलते हैं। ये हू-ब-हू आकार के कागज पर कलर प्रिंटर से छापे गए थे। एक बारगी कोई भी धोखा खा सकता है। कार्रवाई में मुख्य सरगना पकड़ में नहीं आया। ऐसे में नकली नोट कारोबार का नेटवर्क साफ नहीं हो पाया। अंदेशा है कि शहर में नकली नोट खपाने का काम चल रहा है।
पांच-पांच सौ की 12 गड्डियां
दोनों आरोपियों की तलाशी ली गई तो उनके कब्जे से पांच-पांच सौ के नकली नोट की 12 गड्डियां (कुल 1200 नोट) मिलीं, जो करीब 6 लाख की नकली मुद्रा है। सभी नोटों पर क्रम संख्या एक ही है। ये नकली नोटों को अन्य असली नोटों के साथ चलाने के लिए लाए थे। पुलिस अभी इस जांच में जुटी है कि आरोपी नकली नोट कहां से लाए थे और इन्हें आपूर्ति करने वाला मुख्य सरगना कौन है।