READ MORE : video: उदयपुर के इस सबसे बड़ेे सरकारी अस्पताल मेंं मरीजों को यूं होना पड़ रहा परेशान…विशेषज्ञ ढूूंढने पर भी नहीं मिलते अनुसंधान अधिकारी नारायण सिंह ने बताया कि आरोपित सेक्टर-१२ निवासी जीतेन्द्र पुत्र रमेश सिंघानी व अन्य के विरुद्ध पत्नी हरनिक कौर, अमरजीत कौर व रितू माथुर ने धोखाधड़ी का थाने में मामला दर्ज करवाया था। मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपित ने गोवद्र्धनविलास थाने में पूर्व में दर्ज एक करोड़ की धोखाधड़ी के ही मामले से जोड़ते हुए हाईकोर्ट में मामला खारिज करने का आवेदन किया था। मामले में बताया कि वह पूर्व में गिरफ्तार हो चुका है। न्यायालय ने सुनवाई के बाद आवेदन को खारिज कर दिया। सुखेर पुलिस ने उसके बाद आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
READ MORE : मैं निगरानी रखूं तो बुरा नहीं लगना चाहिए, मुखिया के नाते यह तो मेरा काम है, बोले उदयपुर महापौर परिवादियों ने रिपोर्ट में बताया कि उन्होंने जीतेन्द्र व उसके साथियों के साथ मिलकर सेलीबे्रशन मॉल में होम फर्निशिंग की एक फर्म खोली थी। फर्जी हस्ताक्षर कर पावर ऑफ एटर्नी बना ली। बाद में बैंक में खाते खुलवाते हुए ऋण भी उठा लिए। बैंक के समस्त कागजों पर आरोपितों ने फर्जी हस्ताक्षर किए। पुलिस ने उसकी एफएसएल से जांच करवाई जो सभी हस्ताक्षर फर्जी निकले। गौरतलब है कि आरोपित जीतेन्द्र, योगेश व अन्य के विरुद्ध हरनिक ने गोवद्र्धनविलास थाने में भी कंपनी से बेदखल कर करीब एक करोड़ की नकदी हड़पने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था। इस मामले में पुलिस ने जीतेन्द्र व अन्य को गिरफ्तार किया था।