दाह संस्कार के लिए परिजन पराए
उदयपुरPublished: Apr 15, 2021 06:00:33 pm
मौत की बात सुनकर भी नहीं आया चिकित्सा विभाग
दाह संस्कार के लिए परिजन पराए
तहसीलदार घर से लेकर श्मशान घाट तक रहे साथ
सलूंबर. (उदयपुर). डाल चौराहा पर मां-बेटे की मृत्यु के बाद उनकी पुष्टि करने वाला कोई नहीं मिला तथा दाह संस्कार के लिए स्वयं परिजन पराए बनकर रह गए। तहसीलदार ने फर्ज निभाते हुए घर से लेकर श्मशान घाट तक प्रशासनिक जिम्मेदारी के साथ माननीय दृष्टिकोण निभाया। डाल चौराहा स्थित मंगलवार-बुधवार की दरमियानी रात्रि को 60 वर्षीय वृद्धा और 32 वर्षीय पुत्र की मौत के बाद दोनों में किसी प्रकार की हलचल नहीं होने के कारण मकान के अन्य हिस्से में रह रहे पिता एवं पुत्र ने परिजनों को सूचित किया। परिजन एकत्रित हो गए और दूर से उन्होंने भी मां बेटे को आवाज लगाकर एवं अन्य प्रयास से बुलाना शुरू किया। लेकिन किसी प्रकार की कोई हलचल नहीं होने पर नगर के चिकित्सालय से मां बेटे कि जिंदा या मृत्यु की पुष्टि के लिए सारी रात बुलाने का प्रयास करते रहे लेकिन चिकित्सा विभाग के किसी भी अधिकारी ने मौके पर पहुंचने का आग्रह स्वीकार नहीं किया। बस परिवार को पीपीई किट उपलब्ध करवा दी। यहां तक की सांसद अर्जुन लाल मीणा ने भी कॉल करके चिकित्सा टीम भेजने को कहा। लेकिन जिम्मेदारों ने उसे भी नजरअंदाज कर दिया। सुबह जल्दी तहसीलदार नारायण लाल जीनगर पहुंचे तथा कोरोना नियमानुसार दाहसंस्कार करवाया। पार्थिव शरीर को श्मशान घाट पहुंचाया तथा तहसीलदार स्वयं ने लकडिय़ों की व्यवस्था कर दाह संस्कार करवाया। परिजन दूर से घर से लेकर श्मशान घाट तक वीडियो बनाते रहे एवं श्मशान घाट पर भी पिता-पुत्र व प्रशासन तथा दाह संस्कार करने वाले कार्मिक ही मौजूद थे, परिजन दूर खड़े रहे।
होम आइसोलेशन में मौत के बाद पुष्टि करने वाला कोई नहीं: नगर में राजकीय सामान्य चिकित्सालय होते हुए कोरोना पीडि़त बीमार को होम आइसोलेशन में रखने के दौरान मृत्यु होने पर पुष्टि करने वाला कोई नहीं है। यह बात सामने आई है नगर में तीन लोगों की मौत के बाद। जहां मां-बेटे की मृत्यु होने पर कोई पुष्टि के लिए नहीं आया। वहीं नगर में होम आइसोलेशन के दौरान हुई तीसरी मौत की भी किसी ने पुष्टि नहीं की।