महिला कर्मचारी को कोरोना मरीज बता कार्यालय आने से रोका
उदयपुरPublished: May 17, 2020 12:12:52 pm
पेंशनर कल्याण विभाग की कर्मचारी ने अतिरिक्त जिला कलक्टर को दी शिकायत
उदयपुर. पेंशन एवं पेंशनर्स कल्याण विभाग की कनिष्ठ लेखाकार ने अपने ही विभाग की अतिरिक्त निदेशक पर बीमार बताते हुए अभद्र बर्ताव करने का आरोप लगाया है। इन आरोपों को सम्बंधित अधिकारी ने बेबुनियाद बताया है।
एडीएम को दी शिकायत में कर्मचारी अमृता योगी ने बताया कि वह 25 अप्रेल को जब कार्यालय पहुंचीं तो उन्हें सामान्य सर्दी की शिकायत थी। आरोप लगाया कि अतिरिक्त निदेशक ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और ऑफिस से यह कहकर निकाला कि 14 दिन घर पर रहें, चिकित्सक से जांच करवाएं। कर्मचारी ने बताया कि अधिकारी के निदेश पर उन्होंने जांच करवाई। डॉक्टर ने कुछ दवाएं लिखकर घर पर आराम करने की सलाह दी। पांच दिन में वह ठीक हो गईं और कार्यालय पहुंचीं तो अतिरिक्त निदेशक श्रीमती भारती राज के साथ अन्य अधिकारी यशपाल भट्टी भी थे, जिन्होंने हाथ से हाजिरी रजिस्टर छीन लिया और अभद्र व्यवहार कर कहा कि पहले कोरोना की जांच करवाएं, जबकि चिकित्सक ने ऐसी किसी जांच की जरूरत नहीं बताई। आरोप है कि कर्मचारी को मेडिकल लीव लगाकर कार्यग्रहण करने का दबाव बनाया जा रहा है तथा कोरोना पीडि़त कहकर प्रताडि़त किया जा रहा है।
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उन्होंने सर्दी, खांसी, बुखार होने की बात बता छुट्टी मांगी थी। चूंकि इस वक्त संक्रामक बीमारी को लेकर सब अलर्ट हैं, मैंने हेल्थ फिटनेस सर्टिफिकेट लाकर ड्यूटी ज्वॉइन करने को कहा। उन्होंने ऐसा नहीं किया। सीएमएचओ और एडीएम को भी सूचित कर दिया था। ऑफिस के या किसी भी बाहरी बीमार व्यक्ति से खतरा न रहे, यह प्रयास है। बाकी अभद्रता जैसी बातें मनगढ़ंत हैं।
श्रीमती भारती राज, अतिरिक्त निदेशक, पेंशन एवं पेंशनर कल्याण विभाग, उदयपुर