उदयपुर

फिर केसे रोशन होंगे पार्क

फिर केसे रोशन होंगे पार्क

उदयपुरMay 06, 2018 / 12:56 pm

Subhash Mishra

सवाईमाधोपुर के गुलाब बाग में उखड़ा सोलर लाइट पोल।

सवाईमाधोपुर. एक तरफ तो ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर सोलर लाइटें लगाने की योजना सफल नहीं हो सकी, तो दूसरी तरह नगरपरिषद जिला मुख्यालय पर पार्कों में सोलर लाइटें लगा रहा है। ऐसा ही उदाहरण जिला मुख्यालय पर देखने को मिल रहा है, जहां पार्कों में लाखों रुपए की सोलर स्ट्रीट लाइटें लगाई जा रही है। ऐसे में इनके रख-रखाव से लेकर सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं है। इसके बावजूद लाखों रुपए सोलर स्ट्रीट लाइटों में पैसों की बर्बादी की जा रही है। दरअसल, पंचायत समिति क्षेत्र में सभी ग्राम पंचायतों की सड़कों व गलियों को रोशन करने के नाम पर लगाई गई सौर आधारित स्ट्रीट लाइटों का रख-रखाव नहीं होने से अधिकतर लाइटें बंद पड़ी है, या कई जगह जलती ही नहीं है। ये है मुख्य कारण गांवों में सौलर लाइट के रख-रखाव की कोई व्यवस्था नहीं है। कई लाइटों में तो बैटरियां व पैनल तक गायब है। सूत्रों के अनुसार एक सोलर लाइट पर करीब 25 हजार रुपए का खर्चा आता है। तोड़-फोड़ व चोरी की आशंका गांव में सोलर लाइटों की योजना मूर्त रूप नहीं ले सकी है, जबकि शहर में सार्वजनिक पार्कों में सोलर लाइटें लगाई जा रही है। गांवों में असामाजिक तत्व सोलर प्लेट , बैटरी व अन्य उपकरण चोरी कर ले गए है। ऐसे में जिला मुख्यालय पर लगाई जा रही सोलर लाइटों में भी उपकरण चोरी से इनकार नहीं किया जा सकता। ग्राम पंचायतों ने भी नहीं दिया ध्यान गांवों में सोलर लाइटें योजना असफल होने का मुख्य कारण ग्राम पंचायतों की ओर से ध्यान नहीं देना है। ग्राम पंचायतों ने सोलर स्ट्रीट लाइटों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए। ऐसे में चोरो की मौज रही। ऐसा ही जिला मुख्यालय पर देखने को मिल रहा है, जहां नगरपरिषद के सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। ये भी सोलर स्ट्रीट प्लेट, बैट्रियां, बॉक्स आदि उपकरण चोरी हो सकते है। करेंगे सुरक्षा के इंतजाम जिला मुख्यालय पर केवल पार्कों में ही सोलर लाइटे लगाने का प्रस्ताव लिया गया है। पार्कों में सोलर लाइटों की सुरक्षा की दृष्टि से एक व्यक्ति को रखा जाएगा। डॉ.विमला शर्मा, सभापति, नगरपरिषद सवाईमाधोपुर
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