उदयपुर/ घासा.
Fire in crop ग्राम पंचायत धोली मंगरी के कालाखेत के एक बाड़े में सोमवार दोपहर को एकाएक लगी आग की चपेट में आई करीब डेढ़ लाख की फसल जलकर स्वाह हो गई। फिलहाल आग के कारणों का खुलासा नहीं हो सका है। घटना से पीडि़त परिवार ने जीवकोपार्जन के लिए सरकार से मुआवजे की मांग की है। जानकारी के अनुसार कालाखेत की आराजी संख्या 545, आबादी इलाके में अमरा गाडरी के मकान के पीछे बने बाड़े में दोपहर करीब 2.30 बजे एकाएक आग लग गई। इससे बाड़े में पड़ी मक्का, चरी, ज्वार एवं चारे के पुलों ने आग पकड़ ली। धुं-धु कर बढ़ी आग ने एक समय में विकराल रूप ले लिया। यहां रखा चारा भी जलकर खाक हो गया। किसान की मानें तो 15 ट्रैक्टर चरी व ज्वार, 5 ट्रैक्टर ट्रोली मक्का और करीब दो ट्रोली चारा जल गया। खाक हुई फसल की कीमत करीब डेढ़ लाख रुपए आकी गई है। इधर, घटना की सूचना पर पटवारी हेमंत खटीक, ग्राम विकास अधिकारी संजय मूंदड़ा, घासा सरस डेयरी अध्यक्ष डालचंद्र डांगी सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण पहुंचे। सूचना पर फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। एक घंटे की मशक्कत के बाद दमकल कार्मिकों ने आग पर काबू पाया।
इसलिए जली मक्का
इधर, रता गाडरी के पुत्र बाबूलाल ने बताया कि बाड़े में रखी मक्का के पुलों ने आग पकड़ी। भुट्टे छीले हुए नहीं थे। इसलिए मक्का भी आग की चपेट में आ गई। स्थानीय लोगों के प्रयासों से आग दूसरे बाड़े में नहीं बढ़ी। अन्यथा समीपवर्ती बाड़ों में रखी हुई दूसरे किसानों की फसल पर भी संकट गहरा सकता था।
fire in crop पटवारी ने घटना स्थल का मौका पर्चा बनाया।