मुरली भाई पुत्र किशन लाल सिंधी की दुकान में अचानक भीषण आग लगने के बाद पास ही उनके रिश्तेदारों की 5 अन्य दुकानों में आग फैल गई। रद्दी और कबाड़ के कारण पल भर में ही विकराल रूप ले लिया। आग की लपटें देख आस पड़ोस के लोग बाहर निकल आए। उन्होनें कंट्रोल रूम और दमकल विभाग को सूचना देने के साथ ही अपने स्तर पर पानी का छिड़काव कर आग बुझाने का भरसक प्रयास किया।
सूचना के करीब बीस मिनट बाद दमकल मौके पर पहुंची। आग की भयावहता को देखते हुए एक के बाद एक 7 गाड़िया पहुंच गई। कुछ गाड़ियों ने दो से तीन चक्कर लगाकर पानी का छिड़काव किया। सुबह साढ़े सात बजे तक 13गाड़िया मौके पर खाली कर आग पर पूरी तरह से काबू किया गया। दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाने के बाद जेसीबी की सहायता से प्लास्टिक के सामान और रद्दी व अन्य सामान को उपकरणों से हिलाया तो आग की लपटें निकलती ही रही।
दो दमकल ने मौके पर ही खड़े रहकर 9.30 पर आग पर पूरी तरह से काबू पाया। आग से करीब 6लाख से अधिक के नुकसान का आकलन बताया गया।
सैकड़ो जुटे मदद को हाथ दमकल के मौके पर पहुंचने से पूर्व आसपास के लोग दुकानों के शटर खोलने का प्रयास किया लेकिन गर्माहट से दूर हट गए। पानी छांट कर लोगों ने आग को बुझाने का प्रयास किया लेकिन आग बहुत विकराल रूप धारण कर चुकी थी।