वनवासियों की आय का है मुख्य स्रोत
झाड़ोल आदिवासी बाहुल्य है और पहाड़ी क्षेत्र होने से खेती जितनी जमीन की कमी है। ऐसे में जंगल व आसपास रहने वाले वनवासी परिवारों के लिए गर्मी में आय का मुख्य स्रोत ही महुआ पेड़ है। वर्तमान में झाड़ोल व कोटड़ा के स्थानीय बाजार में इसकी कीमत 22 से 24 रुपए प्रति किलोग्राम बताई जा रही है ।
इस बार महुआ की अच्छी पैदावार थी पर तूफान से क्षेत्र में 80 फीसदी महुआ के फूल खराब हो चुके हैं। – लाल सिंह सिसोदिया, क्षेत्रीय वन अधिकारी, पानरवा महुआ आदिवासी क्षेत्र में लघुवन उपज आधारित आजीविका का सबसे बड़ा साधन है। जो औषधीय व खाद्य पोषण तत्वों से भरपूर है। – डॉ. जीपी सिंह झाला, लोक वनस्पति विशेषज्ञ