———— ऐसे लिए जाएंगे नमूने – सभी लाक्षणिक यानी आईएलआई सर्दी, जुकाम व बुखार वाले प्रवासियों के नमूने लिए जाएंगे। किसी को भी नहीं छोड़ा जाएगा। – हाई रिस्क ग्रुप यानी ऐसे बुजुर्ग जो स्वस्थ्य है, उनके भी के नमूने लिए जाएंगे।
– गांव, वार्ड में आए सभी प्रवासियों का दस प्रतिशत व्यक्तियों के नमूने लिए जाएंगे, खास तौर पर जो गुजरात व महाराष्ट्र से आए हें उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। – अतिरिक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं ने सभी सीएमएचओ को इसके निर्देश दिए हैं, इसकी व्यवस्था पूरी तरह से पुख्ता करनी होगी। ——
सेंपलिंग का ये रहेगा तरीका – हाई रिस्क ग्रुप के स्वस्थ व्यक्ति- इस उम्र के सभी व्यक्तियों के अलग-अलग नमूने लिए जाएंगे, सभी नमूनों को एक जिपलॉक बैग में रखा जाएगा। – गांव वार्ड में आए सभी प्रवासियो में से दस प्रतिशत व्यक्तियों के नमूने लिए जाएंगे, सभी की पहले सूची बनेगी, इसमें दस प्रतिशत का चयन करना होगा। सभी के नमूने अलग-अलग लिए जाएंगे। – सेंपल कलेक्ट करने व पैकिंग का तरीका: प्रत्येक व्यक्ति का सेंपल लेने के लिए अलग स्वेब स्टिक व वीटीएम का प्रयोग होगा , एक ब्लॉक के सभी सैंपल एक साथ पैक किए जाएंगे। – एक ब्लॉक या वार्ड के सैंपल का एक कैरियर में लैब तक पहुंचाए जाएंगे, जबकि एक कैरियर में अधिकतम 20 सेंपल भेजे जा सकेंगे।
—— इन आदेशों के अनुरूप कार्य शुरू किया जा रहा है, ताकि स्थिति स्पष्ट हो सके, हमारा लक्ष्य लोगों की सुरक्षा है। प्रयास है कि जो संक्रमित है भी वह भी जल्द से जल्द ठीक हो जाए।
डॉ दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ उदयपुर