इस क्रांतिकारी के लिए दिल्ली विधानसभा में हल्ला गूंजा और उदयपुर वाले अब तक सोए हैं
उदयपुरPublished: Jan 15, 2019 12:28:05 am
दिल्ली विधानसभा में लगेंगे मेवाड़ के क्रांतिकारी बारहठ परिवार के चित्र
इस क्रांतिकारी के लिए दिल्ली विधानसभा में हल्ला गूंजा और उदयपुर वाले अब तक सोए हैं
उदयपुर. मेवाड़ में जन्मे शहीद कुंवर प्रताप सिंह बारहठ, उनके काका जोरावर सिंह बारहठ, पिता केसरी सिंह बारहठ के चित्र दिल्ली विधानसभा में लगेंगे। आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी प्रवीण सिंह कविया ने दिल्ली से जानकारी देते हुए बताया कि मेवाड़ के बारहठ परिवार को दिल्ली सरकार ने सम्मान देते हुए उनकी तस्वीरों में विधानसभा में लगाने पर सहमति दी है। विधानसभा में प्रस्ताव भी लिया गया। समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने 26 जनवरी पर अनावरण रखते हुए बारहठ परिवार को आमन्त्रित किया है। समाज कल्याण मंत्री ने लेटरहेड पर इस आशय का आमंत्रण पत्र भी भिजवाया है।
इधर, उदयपुर में क्रांतिकारियों के लिए कार्यरत संस्थाओं ने दिल्ली सरकार के इस फैसले पर हर्ष जताया है। साथ ही उदयपुर नगर निगम से अपेक्षा की है कि विगत 8 माह से स्थापना की बाट जो रही मूर्ति को किसी चौराहे पर स्थान देने की मांग दोहराई।
प्रयासों को झटका
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष शहीद कुंवर प्रताप सिंह बारहठ के शहादत शताब्दी वर्ष पर देशभर के क्रांतिकारियों के परिजनों की उपस्थिति में तत्कालीन गृहमंत्री गुलाबचंद कटारिया ने मूर्ति स्थापना को लेकर आश्वास्त किया था। प्रशासनिक आदेश के इंतजार में मूर्ति नीलकंठ महादेव मंदिर परिसर में रखी हुई है। कार्य को लेकर सक्रिय संस्था के प्रतिनिधि
महेंद्र सिंह चारण ने बताया कि निगम से नियमानुसार फाइल पर प्रस्ताव लाकर मूर्ति लगाने का आश्वासन मिला था। प्रदेश ही नहीं देश में आजादी के आंदोलन में बारहठ परिवार का योगदान अतुलनीय रहा। बारहठ की स्मारक बरेली उत्तर प्रदेश, मांडवी गुजरात में बने और अब दिल्ली विधानसभा में स्थापित होंगी। बारहठ का जन्म उदयपुर के घाणेराव घाटी के नजदीक कविराजा की हवेली में हुआ था।