बाजार में चलाने के दौरान व तीन साथियों के साथ धरा गया। आरोपियों के कब्जे से अब तक 2 हजार, 500 व 100 के 373 नोट बरामद हुए। एसपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि स्पेशल टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि शास्त्रीसर्कल पर कार सवार चार युवक नकली नोट चलाने के फिराक में घूम रहे है। सूचना पर सीआई गोवर्धनसिंह भाटी व हरेन्द्र सिंह सौदा के नेतृत्व में टीम ने घेराबंदी कर कार को पकड़ा। तलाशी लेने पर कार में डूंगरपुर निवासी विकास पुत्र कमल चंद चावला, माजिद पुत्र मोहम्मद नूर खां, प्रेम कुमार पुत्र बंशीलाल मेघवाल व सलूम्बर हाल भूपालपुरा निवासी रिहान खां उर्फ ठाकुर पुत्र हुसैन खां बैठे मिले।
राजस्थान में हजारों शिक्षकों की भर्ती का रास्ता साफ, उच्च न्यायालय ने खारिज की रीट पर आपत्ति पुलिस ने सभी आरोपियों की तलाशी ली तो उनके पास 100-100 के 349 नोट, 2-2 हजार के 11 नोट व 500-500 के 13 नोट सहित कुल 63400 रुपए के नकली नोट मिले। कोई संतोषप्रद जवाब नहीं देने पर पुलिस जांच के बाद सभी को भूपालपुरा थाने लाई। कड़ाई से पूछताछ की तो पता विकास चावला ने प्रिंटर से इन नोटों को प्रिंट करने किए।
और भी आरोपियों की लिप्तता की संभावना पुलिस ने बताया कि विकास चावला स्तानकधारी है। व्यववसाय में बर्बाद होने पर उसने यू-ट्यूब पर नकली नोट बनाने की विधि सीखते हुए प्रिन्टर से नोटों को छापे। तीनों आरोपियों को उसने रुपए का लालच देकर बाजार में नोट चलाने के लिए शामिल किया। आरोपियों ने अब तक कितने नोट बाजार में चलाए। वारदात में और कौन शामिल थे, इनके बारे में पूछताछ जारी है।