वार्ड 7 के पार्षद बाबूलाल कटारा ने निगम में पहुंच कर इस मामले से जिम्मेदारों को अवगत करवाया। भ्रमित करने वाला यह पत्र राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड, जयपुर से जारी होना दर्शाया गया है। इस पर नगर निगम का लोगो भी लगा हुआ है। पत्र में बोर्ड का अध्यक्ष डॉ. ओमप्रकाश मीना को बता रखा है, जिनके हस्ताक्षर भी हैं। उसमें कहा कि मेरिट के आधार पर नियुक्ति दी जाएगी और नियुक्ति किसी भी निकाय में की जा सकती है लेकिन छह माह के बाद उदयपुर नगर निगम में तबादला कर दिया जाएगा। इसमें वेतन 24,500 रुपए प्रतिमाह और 60 वर्ष की उम्र तक कार्यकाल रहेगा। आवेदक को अमानत राशि दो दिन में ही जमा करवानी होगी। इसके बाद टीम की ओर से ट्रेनिंग पत्र दिया जाएगा। आयोग सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन का लाभ नहीं देगा। कटारा ने बताया कि पत्र सामने आने के बाद कुछ लोगों ने अमानत राशि जमा करवा दी है तो कुछ इसकी तैयारी कर रहे हैं।
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इनका कहना है.. ऐसे कोई भर्ती नहीं होती है, सरकार विज्ञप्ति निकालती है। इसके लिए पूरी प्रक्रिया अपनाई जाती है। कोई गुमराह नहीं हो। अगर किसी ने राशि जमा करवाई है तो वह पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाए। ऐसे किसी भी भ्रामक जानकारियों पर विश्वास नहीं करना चाहिए।
– नरेन्द्र श्रीमाली, स्वास्थ्य अधिकारी