scriptउदयपुर में एक बार फिर धार्मिक भावनाओं पर हावी हुआ इंसानी स्वार्थ, छीनी मक्का-मदीना जाने की खुशियां, छलक पड़े आंसू | fraud with Pilgrims at udaipur | Patrika News

उदयपुर में एक बार फिर धार्मिक भावनाओं पर हावी हुआ इंसानी स्वार्थ, छीनी मक्का-मदीना जाने की खुशियां, छलक पड़े आंसू

locationउदयपुरPublished: Aug 27, 2017 04:33:00 pm

Submitted by:

Mohammed illiyas

उदयपुर व अहमदाबाद की निजी ट्यूर एंड ट्रावेल्स कम्पनी के संचालकों ने उदयपुर व बांसवाड़ा के हजयात्रियों के साथ फिर से ठगी कर दी।

fraud with Pilgrims at udaipur
उदयपुर . उदयपुर व अहमदाबाद की निजी ट्यूर एंड ट्रावेल्स कम्पनी के संचालकों ने उदयपुर व बांसवाड़ा के हजयात्रियों के साथ फिर से ठगी कर दी। पैसा बटोरने के बाद संचालकों ने इन परिवारों को अंत तक वीजा व टिकट उपलब्ध नहीं करवाया। बांसवाड़ा के नौ यात्री तो हज के लिए अपनों से रूखसती लेकर मुंबई तक पहुंच गए, वहीं उदयपुर के दो बोहरा परिवारों के पांच सदस्यों की सारी तैयारियां धरी रह गईं।
बांसवाड़ा के यात्रियों ने कोतवाली थाने में उदयपुर में खांजीपीर स्थित अल उमर ट्यूर के संचालक शराफत अली के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया। इस पर सूरजपोल थाना पुलिस ने आरोपित को हिरासत में ले लिया, वहीं उदयपुर के यात्रियों से ठगी करवाने वाले अहमदाबाद के मुस्लिम ट्यूर एंड ट्रावेल्स के संचालक इकबाल हुसैन खेड़ा मोबाइल बंद कर फरार हो गया।

हमें दीदार करवा दो ….
असगर अली व उनकी पत्नी फरीदा बानू ने रोते हुए बताया कि संचालक झांसा देते हुए अंतिम समय तक कहता रहा कि मैं आपको हज पर लेकर जाऊंगा। इसी विश्वास के कारण उन्होंने सभी तैयारियां करने के साथ ही अपनों से रूखसती ली। २२ अगस्त तक टिकट नहीं आने पर उससे पूछा तो वह बोला कि उन्हीं के काम में ही लगा हूं। बाद में उसने कहा कि सभी के २५ हजार रुपए अतिरिक्त लगेंगे। परिवार ने मक्का-मदीना पर जाने के लिए यह राशि भरने की भी हामी भर ली लेकिन संचालक ने अब तक उन्हें जवाब नहीं दिया।

तैयारियां धरी रह गई, टूट नहीं रहे आंसू

मोतीमगरी स्कीम निवासी असगर अली पुत्र हाजी शैफुद्दीन ने बताया कि अहमदाबाद के मुस्लिम ट्यूर एंड ट्रावेल्स के संचालक इकबाल हुसैन खेड़ा को उन्होंने हज के लिए स्वयं व पत्नी फरीदा के ५.४० लाख रुपए जमा करवाए थे। उनके साथ खारोल कॉलोनी निवासी फरीदा पत्नी शब्बीर हुसैन, नीमच खेड़ा निवासी शब्बीर पुत्र फखरुद्दीन व उसकी बहन रसीदा ने भी बुकिंग करवाई थी लेकिन अंतिम समय तक संचालक उन्हें टिकट व वीजा का झांसा देता रहा और बाद में मोबाइल बंद कर दिया। शनिवार को मुंबई व दिल्ली से हज यात्रियों की अंतिम फ्लाइट उडऩे के साथ ही ये परिवार इंतजार करते रह गए। इन परिवारों की सारी खुशियां काफूर होने के साथ ही उनकी आंख से आंसू नहीं टूट पा रहे है, वे किसी को भी अपनी पीड़ा बताने में भी हिचकिचा रहे हैं। हालांकि उन्होंने अब तक इस संबंध में किसी भी थाने में शिकायत नहीं की लेकिन हज यात्रियों को बार-बार हिदायत दे रहे हैं कि वे किसी भी संचालक के बहकावे में नहीं आएं, जांच पड़ताल के बाद ही उनसे अपनी बुकिंग करवाएं।
बांसवाड़ा वाले यात्री तो मुंबई पहुंच गए

उदयपुर के अल उमर ट्यूर ट्रावेल्स के शराफत अली ने बांसवाड़ा के नौ जनों के साथ ठगी की। पीडि़त इफ्तिखार अहमद चिश्ती ने बताया कि उनके परिवार से पिता फारुख, मां राबिया, बहन फरीदा, रिश्तेदार इकबाल, जैबून निशा व चार अन्य लोगों ने संचालक को हज यात्रा के लिए करीब २५ लाख रुपए जमा करवाए थे। सभी को संचालक ने २३ अगस्त की फ्लाइट बताते हुए दो दिन पहले मुंबई बुलाया था। वहां जाने से पहले बांसवाड़ा में जुलूस निकाला गया। सभी मुंबई में संचालक के बताए होटल में ही ठहरे, लेकिन वहां से संचालक फरार हो गया। धोखाधड़ी का पता चलने पर सभी घर लौट आए। शनिवार को यह लोग पैसा लेने संचालक के घर पहुंचे तो उसने पैसा देने से भी मना कर दिया। पीडि़त परिवार ने इस संबंध पुलिस को जानकारी दी।
& केन्द्र सरकार से मांग करेंगे निजी ट्यूर कंपनियों को उमराह व हज यात्री के लिए अलग-अलग रजिस्ट्रेशन किया जाए, ताकि बिना लाइसेंसी ट्यूर कंपनी कोई भी बुकिंग नहीं कर सकें। वे बुकिंग के दौरान लाइसेंस की प्रति भी लगाएं ताकि धोखाधड़ी होने पर उन्हें पकड़ा जा सके। हज यात्री भी बिना लाइसेंसी ट्यूर कंपनियों से बुकिंग नहीं करवावें।
जहीरुद्दीन सक्का, राजस्थान हज कमेटी जिला संयोजक
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो