दवाएं कचरे में मिलने और मेडिकल वेस्ट को जलाने की जानकारी मिलने पर मेडिकल रिलीफ सोसायटी के पूर्व सदस्य अभय कुमार बाबेल, फि रोज मोहम्मद भाटी मौके पर पहुंचे। उन्होंने चिकित्सालय प्रभारी डॉ. आरके सिंह को हालात बताते हुए मौका बताया तो डॉ. सिंह ने जिम्मेदार कर्मचारियों को लताड़ लगाई। जिम्मेदार कर्मचारियों को पाबंद किया। सभी कर्मचारी जिम्मेदारी एक-दूसरे पर डालते नजर आए।
पूर्व में हुई घटना
चिकित्सालय परिसर में चार साल पहले भी बगैर अवधिपार दवाओं की खेप जलाने का मामला सामने आया था। उस दौरान भी कर्मचारियों को फटकार कर मामला रफादफा कर दिया गया।
इनका कहना
पूर्व में हुई घटना
चिकित्सालय परिसर में चार साल पहले भी बगैर अवधिपार दवाओं की खेप जलाने का मामला सामने आया था। उस दौरान भी कर्मचारियों को फटकार कर मामला रफादफा कर दिया गया।
इनका कहना
नि:शुल्क दवा घर में पेरासिटामोल दवा नहीं होने से रोगियों को बाहर से दवा लानी पड़ रही है। ऐसे में उपयोगी व बगैर अवधिपार दवाओं का कचरे में मिलना गंभीर है। कर्मचारियों की ओर से मेडिकल वेस्ट को भी परिसर में जलाना अनुचित है। दोषी कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
अभय कुमार बाबेल, पूर्व सदस्य, एमआरएस
अभय कुमार बाबेल, पूर्व सदस्य, एमआरएस
कुछ सिरप को चूहों ने काट लिया तो दवा संग्रहण केन्द्र के फार्मासिस्ट ने बाहर डाल दी। उसे पाबंद कर दिया है कि इस तरह से नहीं डाले। मेडिकल वेस्ट को भी परिसर में नहीं जलाने के निर्देश दिए हैं। निर्धारित जगह पर जमा करके सबंधित ठेकेदार को सूचित करने के लिए कहा है।
डॉ. आरके सिंह, प्रभारी, सीएचसी कानोड़