scriptदुनिया के चालीस देश जारी करेंगे गांधी पर विशेष डाक टिकट…गांधी की 150वीं जन्मशती | Gandhi's 150th Birth Anniversary | Patrika News
उदयपुर

दुनिया के चालीस देश जारी करेंगे गांधी पर विशेष डाक टिकट…गांधी की 150वीं जन्मशती

डाक टिकटों में महात्मा गांधी की जीवन यात्रा

उदयपुरOct 01, 2019 / 03:18 pm

Krishna

दुनिया के चालीस देश जारी करेंगे गांधी पर विशेष डाक टिकट...गांधी की 150वीं जन्मशती

दुनिया के चालीस देश जारी करेंगे गांधी पर विशेष डाक टिकट…गांधी की 150वीं जन्मशती

राकेश शर्मा ‘राजदीप’/उदयपुर . सर्व विदित है कि मोहनदास करमचंद गांधी का जन्म पोरबंदर में 2 अक्टूबर 1869 को हुआ था। इसके ठीक सौ बरस बाद यानी 1969 में गांधी जन्म शती के उपलक्ष्य में मॉरिशस पोस्ट ने अधिकारिक तौर पर जारी प्रथम दिवस कवर जारी किया। जिस पर उस घर का चित्र छपा है जहां गांधी का जन्म हुआ था।बाद में एंटीगुआ ने 1998 में और भारतीय डाक के गुजरात पोस्टल सर्कल ने महात्मा गांधी के एल्पड हाई स्कूल राजकोट पर विशेष विरूपण जारी किया। बता दें, गांधी का विवाह 1883 में 13 वर्षीया कस्तूरबा के साथ हुआ। इसे लेकर साल 1969 में भारतीय डाक विभाग ने बा और बापू पर 20 पैसे का खास डाक टिकट जारी किया।इधर, 1888 से 91 तक गांधी ने इंग्लैण्ड में विद्याध्ययन किया। इसी काल का एक डाक टिकट जांबिया ने पश्चिमी वेशभूषा पहने छात्र के रूप में वर्ष 1998 में जारी किया। स्मरण दिला दें, साल 1893 में दक्षिण अफ्रीका में ट्रेन सफर के दौरान प्रथम श्रेणी का वैध टिकट होने के बावजूद गांधी को जबरन तीसरी श्रेणी में सफर करने को मजबूर करने तथा इनकार करने पर जबरदस्ती ट्रेन से बाहर निकाल दिया गया।इसके बाद साल 1894 में ही गांधी ने दक्षिणी अफ्रीका के ट्रांसवाल में वकालत की। इस घटना विशेष पर साल 1995 में साउथ अफ्रीका ने गांधी के वकील बने चित्र के रूप में डाक टिकट जारी किया। वहीं युगाण्डा ने भी महात्मा गांधी को जोहानसबर्ग ऑफिस में कर्मचारियों संग बैठे चित्र को डाक टिकट रूप में जारी किया।एक कर्मठ कार्यकर्ता के रूप में गांधी ने साउथ अफ्रीका के नताल में वर्ष 1895 में एक प्रमुख गिरमिटिया मजदूर का बचाव कानूनी लड़ाई से किया। साल 1901 में गांधी नताल से भारत आते हुए पोर्ट लुइस से मॉरिशस पहुंचे। उस स्मृति को शताब्दी वर्ष के रूप में मॉरिशस ने साल 2001 में 15 रुपए डाक टिकट जारी कर ताजा किया।अन्य स्मृतियों के रूप में साल 1906 में मॉरिशस ने ही एक डाक टिकट में गांधी को एक सत्याग्रही के रूप में दर्शाया। वहीं उरुग्वे ने उन्हें स्वदेशी वस्तुओं के हिमायती के रूप में स्थापित एक नायक की तरह डाक टिकट पर प्रस्तुत किया।इसी तरह, साल 1915-18 के दौरान मौलिक अधिकारों की लड़ाई लडऩे की घटना को वर्ष 1998 में भारतीय डाक विभाग ने 2 रुपए डाक टिकट और 1930 के नमक सत्याग्रह को 5 रुपए मूल्य के टिकट रूप में जारी किया।इधर, गुयाना ने गांधी और चरखे की कृति को तो भारत ने चंपारण सत्याग्रह घटना पर 5, 10 और 25 रुपए मूल्य के डाक टिकट जारी किए।गौरतलब है कि महात्मा गांधी की 150वीं जन्म शती के उपलक्ष्य में दुनियाभर के 40 से अधिक देशों ने विशेष डाक टिकट जारी किए हैं। पत्रिका संग यह विशेष जानकारी और टिकट संग्रह एक सुधि पाठक वीरेन्द्र शर्मा ने साझा किए। जो राजस्थान से ऐसे ख्यात अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शक हैं, जिन्होंने भारतीय डाक द्वारा आयोजित कई डाक प्रदर्शनियों में जूरी की भूमिका निर्वाह की है। वर्तमान में वे एक बहुदेशीय सॉफ्टवेयर कंपनी में सॉफ्टवेयर आर्किटेक्ट निदेशक के रूप में कार्यरत हैं।
दुनिया के चालीस देश जारी करेंगे गांधी पर विशेष डाक टिकट...गांधी की 150वीं जन्मशती
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो