जेल से संचालित हो रही थी कोई गैंग? अजमेर जेल Ajmer Jail से स्थानांतरित होकर आए हार्डकोर अपराधी रूपेन्द्रपाल सिंह उर्फ विक्की हाई सिक्यूरिटी वार्ड में रहते हुए एंड्रायड मोबाइल से संभवत: गैंग संचालित कर रहा था। पुलिस की टीम ने वार्ड में बंद समस्त हार्डकोर अपराधियों की तलाशी ली तो उन्हें विक्की के पास मोबाइल मिल गया। पुलिस इस मोबाइल की कॉल डिटेल व उससे सोशल मीडिया पर भेजे गए संदेशों की सूची निकलवाई जा रही है। पुलिस ने जिन कैदियों के पास व्यक्तिगत सामान एवं मोबाइल मिले हैं, उन्हें नामजद किया है। सभी के विरुद्ध पुलिस मामला दर्ज करेगी। कॉल डिटेल में कोई नई बात आएगी तो नया मामला दर्ज किया जाएगा।
क्राइम मीटिंग के बहाने बुलाया पुलिस लाइन में
एएसपी गोपालस्वरूप मेवाड़ा ने बताया कि एसपी व कलक्टर के आदेश पर रविवार को जेल में आकस्मिक कार्रवाई का दिन तय किया था। इसकी सूचना किसी भी पुलिस अधिकारी को नहीं दी गई। सुबह सभी को क्राइम मीटिंग के बहाने पुलिस लाइन में बुलाया गया। एक सीआई के नेतृत्व में कुछ सिपाही को जेल के बाहर दीवार के पास खड़ा किया गया ताकि कोई कैदी अंदर से मोबाइल सामान बाहर फेंके तो बरामद हो पाए। उसके बाद चार उपाधीक्षक, 14 सीआई व 250 का जाप्ते ने एक साथ पूरी योजनाबद्ध तरीके से जेल की 12 बैरक, हाईसिक्यूरिटी वार्ड तथा मैस में जांच की। अचानक कार्रवाई से इस बार कैदियों को मोबाइल छिपाने का मौका नहीं मिल पाया।
एएसपी गोपालस्वरूप मेवाड़ा ने बताया कि एसपी व कलक्टर के आदेश पर रविवार को जेल में आकस्मिक कार्रवाई का दिन तय किया था। इसकी सूचना किसी भी पुलिस अधिकारी को नहीं दी गई। सुबह सभी को क्राइम मीटिंग के बहाने पुलिस लाइन में बुलाया गया। एक सीआई के नेतृत्व में कुछ सिपाही को जेल के बाहर दीवार के पास खड़ा किया गया ताकि कोई कैदी अंदर से मोबाइल सामान बाहर फेंके तो बरामद हो पाए। उसके बाद चार उपाधीक्षक, 14 सीआई व 250 का जाप्ते ने एक साथ पूरी योजनाबद्ध तरीके से जेल की 12 बैरक, हाईसिक्यूरिटी वार्ड तथा मैस में जांच की। अचानक कार्रवाई से इस बार कैदियों को मोबाइल छिपाने का मौका नहीं मिल पाया।