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जीमकर लौटे, जिसके साथ खाया वह निकला संक्रमित

locationउदयपुरPublished: Dec 01, 2020 07:11:20 am

Submitted by:

bhuvanesh pandya

– अब संक्रमण से भी ज्यादा भारी पड़ रहा बीमारी का डर- वैवाहिक आयोजनों से लौटे लोग बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं जांच के लिए

अब संक्रमण से भी ज्यादा भारी पड़ रहा बीमारी का डर

अब संक्रमण से भी ज्यादा भारी पड़ रहा बीमारी का डर

भुवनेश पंड्या

उदयपुर. सावों में कोरोना संक्रमण तो फैल ही रहा है, लेकिन इससे भी ज्यादा उसके फैलने के डर ने सभी को अन्दर तक हिला रखा है। हालात ये है कि जब से सावे शुरू हुए है, ज्यादातर ऐसे ही लोग सामने आ रहे हैं, जो कांटेक्ट हिस्ट्री में किसी वैवाहिक आयोजन से लौटने की बात कह रहे हैं। हालात ये है कि जब परिजन एक दूसरे को ग्रुप में या किसी सोशल मीडिया के माध्यम से सतर्क रहने की बात ये कहकर लिखते हैं कि वह संक्रमित हो चुके हैं, उनसे जो-जो लोग पिछले कुछ दिने में मिले हैं वे टेस्ट करवाएं, ऐसे में रात भर कई लोग तो डर के मारे सो ही नहीं पाते। वहीं सुबह होते ही जांच के लिए दौड़भाग करते हैं।
बढ़ी है संक्रमितों की संख्या
वैवाहिक आयोजन 25 नवम्बर से शुरू हुए हैं, जो 11 दिसम्बर तक चलेंगे। अब इन दिनों की बात की जाए तो पिछले दिनों से ज्यादा जांच के लिए भी लोग पहुंचे हैें तो संक्रमण की संख्या भी यकायक बढ़ गई है।
दिनांक- जांच- संक्रमित
25 नवम्बर- 1209- 140
26 नवम्बर- 1354- 132

27 नवम्बर- 1289- 127
28 नवम्बर- 1151- 110

29 नवम्बर- 1167- 101
30 नवम्बर- 732- 65

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ये है असर –

– सावे शुरू होने के साथ ही पिछले छह दिनों में 6902 लोगों ने जांच करवाई है, वहीं े 675 लोग संक्रमित यानी पॉजिटिव सामने आए हैं।
– हालांकि खास बात ये है कि सावे शुरू होने से ठीक पहले भी इसका असर साफ नजर आया है, जब केवल छह या सात दिनों में संक्रमितों का आंकड़ा आठ सौ पार हो गया।
– जो लोग सावों में पहुंचते हैं, वे जब लौटते हैं तो पता चलता है कि जिसके साथ रात भर बैठकर बातें की या खाना खाया वह दूसरे या तीसरे दिन खुद के संक्रमित होने की जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से दे रहा है। ऐसे में वे भी डर के मारे तत्काल ही जांच के लिए पहुंचते हैं, जबकि ये समझना जरूरी है कि यदि संक्रमण का असर रिपोर्ट पर नजर भी आएगा तो करीब एक सप्ताह लगता है।
सतर्क रहना होगा
संक्रमण नहीं फैले इसीलिए सावों में तय संख्या रखी गई है। खास बात ये है कि लोगों को ये समझना चाहिए कि केवल जरूरी है वह आयोजन हो रहे हैं, इसका मतलब ये नहीं कि कोरोना का असर नहीं है। कोरोना से बचाव के लिए सभी को सतर्क रहना होगा।
डॉ. दिनेश खराड़ी, सीएमएचओ, उदयपुर

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