पुलिस ने बताया कि सोमवार शाम पीपड़ निवासी एकाराम गमेती की पत्नी गोपीबाई खेत पर घास काट रही थी। उसके साथ खेत पर ही बच्ची प्रिया (4) उससे थोड़ी दुर बैठी थी, वहीं पुत्र भी खेल रहा था। अचानक जंगल की ओर से आए पैंथर को देख पुत्र चिल्लाता हुआ भागा। मां बच्ची की तरफ गई तब तक पैंथर बच्ची को उठाकर कर जंगल की ओर ले गया। गोपीबाई ने घर पहुंच परिजनों व ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी। परिजन व ग्रामीण बच्ची को ढूंढते-ढूंढते एक किलोमीटर दूर जंगल में पहुंचे, जहां बच्ची का नोचा हुआ शव मिला। सूचना पर मौके पहुंची पुलिस ने शव गोगुंदा मोर्चरी में रखवाया, जहां मंगलवार को मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सुपुर्द किया।
दो पिंजरे लगाए
क्षेत्रीय वन अधिकारी दिलीप गुर्जर ने बताया कि गांव के आसपास का पूरा क्षेत्र पहाड़ी होने से पैंथर को ढूंढने में दिक्कत आ रही है। पैंथर के मूवमेंट क्षेत्र के आधार पर दो पिंजरे लगाए गए है, वही जंगल के आसपास कैमरे भी लगाए जा रहे हैं ताकि पैंथर का पता लगाया जा सके।