शव नहीं देकर मांगे दो लाख
सारंगदेवोत ने बताया कि मौत होने के बाद उनके पिता का शव देने से चिकित्सालय ने इनकार कर दिया। हॉस्पिटल प्रशासन का कहना था कि जब तक वे दो लाख रुपए नहीं चुकाते हैं, तब तक उन्हें शव नहीं दिया जाएगा, जबकि पहले वे 25 हजार रुपए दे चुके हैं।
सारंगदेवोत ने बताया कि मौत होने के बाद उनके पिता का शव देने से चिकित्सालय ने इनकार कर दिया। हॉस्पिटल प्रशासन का कहना था कि जब तक वे दो लाख रुपए नहीं चुकाते हैं, तब तक उन्हें शव नहीं दिया जाएगा, जबकि पहले वे 25 हजार रुपए दे चुके हैं।
—– पुलिस ने करवाया मामला शांत मामले को लेकर जब पुलिस के पास परिजनों ने रिपोर्ट दी तो सुखेर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और उन्होंने मामला शांत करवाया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए एमबी हॉस्पिटल पहुंचवाया।
इनका कहना है
इनका कहना है
मेवाड़ हॉस्पिटल में एक मरीज की मौत के बाद परिजनों ने उपचार में लापरवाही का आरोप लगा रिपोर्ट दी है, जांच की जा रही है। नेत्रपाल सिंह, थानाधिकारी सुखेर
—- – सुबह करीब साढ़े पांच बजे मरीज की मौत हुई थी, सीधे शव दे नहीं सकते थे। कुछ नियमों के अनुसार देते हैं, इसलिए देरी हुई है। शव किसी का नहीं रोकते। दवाइयों व ऑपरेशन थियेटर के खर्च की राशि डेढ लाख रुपए बकाया थे, लेकिन वो भी उनसे मांगी नहीं थी। हमने हमारी गाड़ी से शव को आरएनटी की मोर्चरी तक छोड़ा। केवल दस हजार रुपए में उनकी सर्जरी की है।
—- – सुबह करीब साढ़े पांच बजे मरीज की मौत हुई थी, सीधे शव दे नहीं सकते थे। कुछ नियमों के अनुसार देते हैं, इसलिए देरी हुई है। शव किसी का नहीं रोकते। दवाइयों व ऑपरेशन थियेटर के खर्च की राशि डेढ लाख रुपए बकाया थे, लेकिन वो भी उनसे मांगी नहीं थी। हमने हमारी गाड़ी से शव को आरएनटी की मोर्चरी तक छोड़ा। केवल दस हजार रुपए में उनकी सर्जरी की है।
सुधीर यादव, मैनेजर मेवाड़ हॉस्पिटल उदयपुर