READ MORE: VIDEO: राजस्थान के गृहमंत्री कटारिया ने अपने 74वें जन्मदिन पर किया ये बड़़ा़ खुलासा, इन अफवाहों पर लगाया ब्रेक दरबारी ने बताया कि जयपुर और कोटा में हुए ‘ग्राम‘ की तरह ‘ग्राम उदयपुर‘ का उद्देश्य भी कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र में उपलब्ध आधुनिक तकनीकों, श्रेष्ठ कार्यप्रणालियों और इस क्षेत्र में हो रहे नवाचारों के बारे में जानकारी दे कर किसानों को सशक्त बनाना है। यह आयोजन एन्टेप्रेंयूरिअल नेटवर्किंग और जानकारी एवं तकनीक के हस्तांतरण का उचित प्लेटफार्म भी प्रदान करेगा। ‘ग्राम उदयपुर‘ में स्मार्ट फार्म 1200 वर्ग मीटर में लगाया जायेगा। प्रदर्शनी 4000 वर्ग मीटर में लगेगी। इसके अतिरिक्त आउटडोर स्पेस 3200 वर्ग मीटर में फैला होगा। तीन दिवसीय इस आयोजन का विशेष आकर्षण ‘वीडियो एरिना‘ होगा जहां अंतरराष्ट्रीय कम्पनियां कृषि सेक्टर में किए जा रहे अच्छे कार्यों, प्रोडक्शन सैटअप और उत्पादन क्षमता का प्रदर्शन वीडियो और पिक्चर्स के माध्यम से करेंगे। कृषि क्षेत्र के स्टार्टअप्स के लिए विशेष पवेलियन भी लगाया जाएगा जिसमें कृषि क्षेत्र में नई शुरूआत करने वाले स्टार्टअप्स को विशेषज्ञ सेवाएं, जानकारी और विभिन्न संसाधनों के जरिए इन्क्यूबेशन सपोर्ट दिया जाएगा। कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन क्षेत्र के विशेषज्ञों और प्रख्यात वक्ताओं को आयोजन में सम्बोधन के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
READ MORE: उदयपुर मेंं बच्चों के लिए होने जा रहा है ये बड़ा आयोजन.. यहां देखिए इसकी प्रमुख डेट्स ‘ग्लोबल राजस्थान एग्रीटेक मीट 2017, उदयपुर’ (ग्राम) के बारे में ‘ग्राम उदयपुर‘ का आयोजन राजस्थान के उदयपुर में महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में 7 नवम्बर से 9 नवम्बर 2017 तक आयोजित किया जाएगा। यह राजस्थान सरकार तथा फैडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जा रहा है। जयपुर और कोटा में आयोजित ‘ग्राम‘ की उपलब्धियों को देखते हुए राजस्थान सरकार द्वारा ‘ग्राम उदयपुर‘ का आयोजन किया जा रहा है। ‘ग्राम उदयपुर‘ के आयोजन के प्रमुख उद्देश्यों में उदयपुर संभाग के किसानों को कृषि और संबद्ध क्षेत्र में उपलब्ध नवीनतम तकनीकी ज्ञान और सर्वोत्तम कार्यप्रणालियों से अवगत कराते हुए उन्हें विकास के लिये नए व्यापारिक अवसर उपलब्ध कराना है। इस आयोजन के दौरान कृषि व संबद्ध क्षेत्र के सभी हितधारक -जिनमें उदयपुर व आसपास के उन्नतिशील किसान, किसान समूह, कृषि व्यवसाय कंपनियां, शिक्षाविद, पशुपालन विशेषज्ञ, वित्तीय संस्थान और नीति निर्माता शामिल हैं, एक मंच पर एकत्रित होंगे।